सागर। मिलावट से मुक्त मध्यप्रदेश अभियान के तहत सागर जिले में लगातार मिलावट करने वाले माफिया पर कार्रवाई की जा रही है. इसी सिलसिले में सोमवार को जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी अमरीश दुबे द्वारा विनर टेस्टी साल्ट फैक्ट्री पर छापा मारा गया. विनर टेस्टी साल्ट गुजरात से मंगाए गए जानवरों के खाने वाले नमक से बनाया जा रहा था. जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने पाया कि जानवरों को खिलाए जाने वाले खड़े नमक से विनर मसाला नमक बनाया जा रहा था.
नमक की 920 बोरियां जब्त : जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि टेस्टी साल्ट फैक्ट्री पर छापामार कार्रवाई की गई है. जानवरों को खिलाए जाने वाले खड़े नमक यानी छोटे-छोटे पत्थरनुमा नमक को पीसकर सीधा टेस्टी नमक बनाने वाली फैक्ट्री पर प्रशासन ने छापा मारा है. नॉन आयोडाइज्ड नमक से टेस्टी नमक बन रहा था. इसके पहले एक अन्य फैक्ट्री को नॉन आयोजाइज्ड नमक से सेंधा नमक बनाने पर सील किया गया था. कार्रवाई के दौरान 920 कट्टे खड़ा नमक जप्त किया गया है, जो सीमेंट की बोरियों में भरकर गुजरात से मंगाया गया था. यह नॉन आयोडाइज्ड सॉाल्ट है. जिसकी प्रारंभिक कीमत एक लाख रुपये से अधिक आंकी गई.
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नवरात्रि में भी हुई थी कार्रवाई: यहां बता दें कि मिलावट से मुक्त मध्यप्रदेश अभियान के तहत सागर जिले में लगातार मिलावट करने वाले माफिया पर कार्रवाई की जा रही है. पिछले महीने नवरात्रि के कुछ दिन पहले एक नकली सेंधा नमक बनाने वाली फैक्ट्री को सील किया गया था. खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने मौके से 2000 किलोग्राम से अधिक नकली सेंधा नमक बरामद भी किया था और प्रतिष्ठान को सील कर दिया था. (Cheating in the name of tasty salt) (Adulterated tasty Salt seized) (Action on adulterated mafia)