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सागर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों का कमाल, यूपीएससी परीक्षा पास कर 8 स्टूडेंट्स बने भूवैज्ञानिक

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Published : Feb 6, 2023, 7:36 PM IST

मध्य प्रदेश के सागर स्थित डॉ. हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के 8 विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा का परचम फहराया है. UPSC द्वारा आयोजित संयुक्त परीक्षा में सफल होकर ये विद्यार्थी भूवैज्ञानिक पद पर चयनित हुए हैं.

students became geologists
8 छात्र बने भूवैज्ञानिक

सागर। भूगर्भ शास्त्र में उच्चस्तरीय शिक्षा के लिए मध्य प्रदेश के सागर स्थित डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय की विशेष पहचान है. इस केंद्रीय विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की है. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित संयुक्त भूवैज्ञानिक परीक्षा में यहां के 22 विद्यार्थी साक्षात्कार के लिए चयनित हुए थे. इनमें से 8 छात्रों का अंतिम परीक्षा में भूवैज्ञानिक पद पर चयन किया गया है.

22 विद्यार्थी चुने गए थे साक्षात्कार के लिए : डॉ. हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के भूगर्भ शास्त्र विभाग के 34 विद्यार्थियों ने UPSC की संयुक्त भूवैज्ञानिक प्राथमिक परीक्षा फरवरी 2022 में उत्तीर्ण की थी. मुख्य परीक्षा जून 2022 में आयोजित की गई. इसमें विभाग के 22 विद्यार्थी साक्षात्कार के लिए चुने गए. बीती 31 जनवरी को जारी अंतिम परिणाम में कुल 8 विद्यार्थियों का चयन हुआ. साक्षात्कार में सफल होकर उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की. इनमें से अमित कुमार, आशीष राय, रामा अहिरवार, पूर्वा पाण्डेय, मयुस्मिता सेठी और कोकिल राया जियोलॉजिस्ट जबकि महेंद्र चौहान व संगम सामल जियो हाइड्रोलॉजिस्ट बने हैं.

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विश्वविद्यालय को मिली बड़ी उपलब्धि : कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने इसे विश्वविद्यालय के लिए बड़ी उपलब्धि बताया है. उन्होंने कहा, 'इस सफलता में विभागाध्यक्ष प्रो. एच. थामस एवं शिक्षकों समेत विद्यार्थियों का भी योगदान है.' गौरतलब है कि विश्वविद्यालय के भूगर्भ शास्त्र विभाग के छात्र देश और दुनिया में काफी नाम कमा रहे हैं. UPSC द्वारा आयोजित होने वाली परीक्षाओं में भी पिछले कई सालों से यहां के छात्रों का चयन बड़े पैमाने पर होता है.

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स्थापना के 75 साल पूरे कर चुका विभाग : डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय की स्थापना साल 1946 में की गई थी. भूगर्भ शास्त्र विभाग की स्थापना भी इसी साल हो गई थी. लगभग तभी से इस विभाग का नाम पूरे देश में भूगर्भ शास्त्र में उच्च शिक्षा के लिए जाना जाता है. इस विभाग की स्‍थापना भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग के सेवानिवृत महानिदेशक प्रो. डब्‍ल्‍यू.डी. वेस्‍ट द्वारा की गई थी. यह देश भर में किसी विश्वविद्यालय का प्रथम विभाग है, जिसने तीन साल के एकीकृत पाठ्यक्रम के साथ अनुप्रयुक्‍त भूविज्ञान विषय में एम.टेक. की उपाधि प्रदान करनी शुरू की थी. भूगर्भशास्‍त्र विभाग का वर्ष 1964 में अनुप्रयुक्त भूगर्भशास्‍त्र में विलय हो गया है.

सागर। भूगर्भ शास्त्र में उच्चस्तरीय शिक्षा के लिए मध्य प्रदेश के सागर स्थित डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय की विशेष पहचान है. इस केंद्रीय विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की है. संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित संयुक्त भूवैज्ञानिक परीक्षा में यहां के 22 विद्यार्थी साक्षात्कार के लिए चयनित हुए थे. इनमें से 8 छात्रों का अंतिम परीक्षा में भूवैज्ञानिक पद पर चयन किया गया है.

22 विद्यार्थी चुने गए थे साक्षात्कार के लिए : डॉ. हरि सिंह गौर केंद्रीय विश्वविद्यालय के भूगर्भ शास्त्र विभाग के 34 विद्यार्थियों ने UPSC की संयुक्त भूवैज्ञानिक प्राथमिक परीक्षा फरवरी 2022 में उत्तीर्ण की थी. मुख्य परीक्षा जून 2022 में आयोजित की गई. इसमें विभाग के 22 विद्यार्थी साक्षात्कार के लिए चुने गए. बीती 31 जनवरी को जारी अंतिम परिणाम में कुल 8 विद्यार्थियों का चयन हुआ. साक्षात्कार में सफल होकर उन्होंने यह उपलब्धि हासिल की. इनमें से अमित कुमार, आशीष राय, रामा अहिरवार, पूर्वा पाण्डेय, मयुस्मिता सेठी और कोकिल राया जियोलॉजिस्ट जबकि महेंद्र चौहान व संगम सामल जियो हाइड्रोलॉजिस्ट बने हैं.

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स्थापना के 75 साल पूरे कर चुका विभाग : डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय की स्थापना साल 1946 में की गई थी. भूगर्भ शास्त्र विभाग की स्थापना भी इसी साल हो गई थी. लगभग तभी से इस विभाग का नाम पूरे देश में भूगर्भ शास्त्र में उच्च शिक्षा के लिए जाना जाता है. इस विभाग की स्‍थापना भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग के सेवानिवृत महानिदेशक प्रो. डब्‍ल्‍यू.डी. वेस्‍ट द्वारा की गई थी. यह देश भर में किसी विश्वविद्यालय का प्रथम विभाग है, जिसने तीन साल के एकीकृत पाठ्यक्रम के साथ अनुप्रयुक्‍त भूविज्ञान विषय में एम.टेक. की उपाधि प्रदान करनी शुरू की थी. भूगर्भशास्‍त्र विभाग का वर्ष 1964 में अनुप्रयुक्त भूगर्भशास्‍त्र में विलय हो गया है.

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