सागर। मध्यप्रदेश के सबसे बड़े वन्यजीव अभयारण्य में वन माफिया बेलगाम हो गए हैं. ताजा मामले में नौरादेही अभ्यारण की सिंगपुर रेंज में वन विभाग के गश्ती दल पर वन माफिया ने देसी बम से हमला किया है. हालांकि इस हमले में वन कर्मियों को किसी तरह की चोट नहीं पहुंची है, और बम गश्ती दल के वाहन के आगे गिरा है, लेकिन घटना से साफ हो गया है कि प्रदेश के सबसे बड़े वन्यजीव अभ्यारण में माफिया बेलगाम हैं और वन्य संपदा के साथ वन्यजीवों के लिए खतरा बन गया है. इस मामले में वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि, ''हमारे द्वारा माफियाओं पर नकेल कसे जाने के बाद माफिया बौखला गए हैं और इस तरह के हमले कर रहे हैं''. इसके पहले शिकारियों ने वन विभाग के गश्ती दल पर लाठियों से हमला किया था.
क्या है मामला: प्रदेश के सबसे बड़े वन्यजीव अभ्यारण की सिंगपुर रेंज में वन माफियाओं पर लगातार हो रही कार्रवाई के चलते वन माफिया गुस्सा गए हैं और वन अमले को निशाना बना रहे हैं. मंगलवार बुधवार की दरमियानी रात नौरादेही अभ्यारण की सिंगपुर रेंज का वन अमला जंगल में गश्ती के लिए निकला था. जैसे ही अभ्यारण में स्थित कठोतिया गांव पहुंचा, तो गश्ती दल के वाहन के आगे अचानक एक बम आकर गिरा और तेज धमाके की आवाज से अभ्यारण में अफरा-तफरी का माहौल बन गया. आग की चिंगारिया और धुएं के गुबार को देखकर वनविभाग का गश्ती दल सतर्क हुआ और धमाके के बाद वाहन से निकल कर आसपास तलाश शुरू की, लेकिन अंधेरे और कोहरे का फायदा उठाकर बम फेंकने वाले आरोपी भागने में सफल हो गए.
आरोपी की तलाश जारी: घटनास्थल पर मौजूद पहरा और रमपुरा वीट गार्ड भगीरथ पटेल ने बताया कि, ''हमले के बाद हम सभी लोग सहम गए और हमें डर था कि दूसरा हमला न हो जाए. रात होने के कारण अंधेरा था और बम वाहन के आगे अचानक गिरने से हम लोग घबरा गए. अगर बम वाहन पर गिरता, तो बड़ी घटना हो सकती थी. बम गिरने के बाद चारों तरफ धुंआ हो गया और बारूद की गंध आने लगी. जहां जमीन पर बम गिरा, वहां करीब दो फीट का गड्ढा हो गया. बम हमले की सूचना मिलते ही सिंगपुर रेंज के रेंजर सौरभ जैन तत्काल मौके पर पहुंचे''. उन्होंने बताया कि हमलावर घटना को अंजाम देने के बाद भागने में सफल रहे, इसलिए हमला किसने किया, इसकी जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है.
सिंगपुर रेंज की वनसंपदा पर माफियाओं की नजर: नौरादेही अभ्यारण की सिंगपुर रेंज की वनसंपदा पर माफियाओं की नजर है. सिंगपुर रेंज में बड़ी मात्रा में इमारती लकड़ी और लघुवनोपज मौजूद है. पिछले एक दो माह से लगातार हो रही कार्रवाई और धड़पकड़ के बाद वन माफिया बौखला गया है और बौखलाहट में वन अमले को निशाना बना रहा है. इस मामले में वनविभाग द्वारा देवरी थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है.