ETV Bharat / state

मासूम बच्चे का अब मुंबई में होगा मुफ्त इलाज, CM के सामने मासूम को फेंकने वाले दंपति मुंबई रवाना

बच्चे के लिए इलाज के लिए जो मां-बाप परेशान होकर सीएम के सामने बच्चे को फेंक कर चले गए थे. वहीं बुधवार को उसके इलाज के लिए मुंबई रवाना हुए हैं. बच्चा फेंकने की जानकारी मिलने के बाद सीएम ने तुरंत बच्चे का इलाज मुफ्त कराने के आदेश दिए थे. जिसके बाद मां-बाप खुशी-खुशी बच्चे को लेकर मुंबई पहुंचे.

author img

By

Published : May 17, 2023, 10:09 PM IST

Couple leaves for Mumbai for treatment
बच्चे का अब मुंबई में होगा मुफ्त इलाज
बच्चे का अब मुंबई में होगा मुफ्त इलाज

सागर। रविवार को कुशवाहा समाज के सम्मेलन में विकासखंड केसली के सहजपुर से आए मुकेश और उनकी पत्नी नेहा पटेल अपने एक साल के बच्चे के इलाज के लिए सीएम शिवराज सिंह से मिलना चाह रहे थे, लेकिन सुरक्षा कारणों से जब सीएम तक नहीं पहुंच पाए, तो नेहा ने अपने एक साल के बेटे को सीएम के सुरक्षा घेरे में फेंक दिया था. इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज ने नेहा पटेल को बुलाकर बच्चे का इलाज कराने के निर्देश जिला कलेक्टर को दिए थे. इस मामले में कलेक्टर दीपक आर्य ने मुकेश, उनकी पत्नी और बच्चे को सागर बुलवाकर विशेष वाहन से भोपाल के रेडक्रॉस सिद्धांता अस्पताल भेजा था. जहां उसकी पूरी जांच के बाद डॉक्टर ने बड़े अस्पताल में जांच कराने के निर्देश दिए थे. इसके तत्काल बाद कलेक्टर ने मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु में डॉक्टरों से चर्चा की. कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि मुंबई के नारायणा अस्पताल में बच्चे का इलाज किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बच्चे नरेश को उनके माता-पिता के साथ आज दोपहर में हमसफर एक्सप्रेस से वातानुकूलित एसी -थ्री में रिजर्वेशन कराकर मुंबई रवाना कर दिया है. जहां नारायणा अस्पताल में उसका इलाज होगा. कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि बच्चे को अच्छे से अच्छे इलाज मिल सके, इसकी समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं. उन्होंने बच्चे के जल्द स्वस्थ होकर सागर लौटने की शुभकामनाओं के साथ सागर रेलवे स्टेशन से रवाना किया.

लगातार परीक्षण चल रहा था मासूम नरेश का: गौरतलब है कि बालक नरेश को उचित इलाज मिल सके. इसके लिए कलेक्टर दीपक आर्य ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को आरबीएसके के मैनेजर को कलेक्टर कार्यालय भेजने के निर्देश दिये थे. आरबीएसके मैनेजर सुरभि साहू ने कलेक्टर को बताया था कि हदयरोग पीड़ित नरेश पटेल की 27 फरवरी 2023 को बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में जांच कराई गई थी. जहां नरेश पटेल को डॉक्टर ने स्वास्थ्य परीक्षण हेतु भर्ती किया था. परीक्षण के बाद डॉक्टरों ने बताया कि नरेश के दिल में छेद है. उसके बाद आरबीएसके ने 2 मार्च 2023 को सिद्धांता अस्पताल भोपाल के शिविर में स्वास्थ्य परीक्षण कराया. जहां नरेश के दिल में छेद होने की पुष्टि की गई और लगातार स्वास्थ्य परीक्षण की बात कही गई. सिद्धांता अस्पताल के डॉक्टरों ने नरेश पटेल को 2 जून 2023 को फिर स्वास्थ्य परीक्षण के लिए बुलाया था. सुरभि साहू ने बताया कि नरेश पटेल के परिजनों को आरबीएसके का फोन नंबर भी दिया गया था और बताया गया था कि यदि किसी भी समय कोई भी परेशानी होती है, तो तत्काल फोन नंबर पर संपर्क करेंगे.

Child will be treated in Mumbai
मुंबई में होगा बच्चे का इलाज
  1. अब भगवान राम के पुत्र लवकुश लगाएंगे बुंदेलखंड में BJP की नैया पार, कुशवाहा समाज को CM की चुनावी सौगात
  2. मंत्री के भाई का अनोखा अंदाज: JCB चलाकर पहुंचे सिंचाई परियोजना का भूमिपूजन करने, देखें VIDEO

रेडक्रास की मदद से भेजा गया मुंबई: कलेक्टर दीपक आर्य ने पूरी जानकारी लेने के बाद मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के लिए चिन्हित रेडक्रास सिद्धांता हॉस्पिटल के संचालक से फोन पर चर्चा की और मासूम बच्चे की बीमारी के बारे में विस्तार से बताया. कलेक्टर की जानकारी देने के बाद रेडक्रास सिद्धांता अस्पताल के संचालकों ने तत्काल भेजने के लिए कहा. जहां उसका संपूर्ण परीक्षण किया गया. कलेक्टर दीपक आर्य के निर्देश पर सागर रेड क्रॉस द्वारा बच्चे की परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए 10 हजार की निःशुल्क राशि प्रदान की गई. इसके अलावा खाना, नाश्ता सहित सागर से भोपाल जाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है. पीड़ित बच्चा और उसके परिजन के साथ आरबीएसके के डॉक्टर डॉ. मुकेश सेन को एंबुलेंस के माध्यम से भोपाल भेजा गया था.

बच्चे का अब मुंबई में होगा मुफ्त इलाज

सागर। रविवार को कुशवाहा समाज के सम्मेलन में विकासखंड केसली के सहजपुर से आए मुकेश और उनकी पत्नी नेहा पटेल अपने एक साल के बच्चे के इलाज के लिए सीएम शिवराज सिंह से मिलना चाह रहे थे, लेकिन सुरक्षा कारणों से जब सीएम तक नहीं पहुंच पाए, तो नेहा ने अपने एक साल के बेटे को सीएम के सुरक्षा घेरे में फेंक दिया था. इसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज ने नेहा पटेल को बुलाकर बच्चे का इलाज कराने के निर्देश जिला कलेक्टर को दिए थे. इस मामले में कलेक्टर दीपक आर्य ने मुकेश, उनकी पत्नी और बच्चे को सागर बुलवाकर विशेष वाहन से भोपाल के रेडक्रॉस सिद्धांता अस्पताल भेजा था. जहां उसकी पूरी जांच के बाद डॉक्टर ने बड़े अस्पताल में जांच कराने के निर्देश दिए थे. इसके तत्काल बाद कलेक्टर ने मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु में डॉक्टरों से चर्चा की. कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि मुंबई के नारायणा अस्पताल में बच्चे का इलाज किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बच्चे नरेश को उनके माता-पिता के साथ आज दोपहर में हमसफर एक्सप्रेस से वातानुकूलित एसी -थ्री में रिजर्वेशन कराकर मुंबई रवाना कर दिया है. जहां नारायणा अस्पताल में उसका इलाज होगा. कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि बच्चे को अच्छे से अच्छे इलाज मिल सके, इसकी समस्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं. उन्होंने बच्चे के जल्द स्वस्थ होकर सागर लौटने की शुभकामनाओं के साथ सागर रेलवे स्टेशन से रवाना किया.

लगातार परीक्षण चल रहा था मासूम नरेश का: गौरतलब है कि बालक नरेश को उचित इलाज मिल सके. इसके लिए कलेक्टर दीपक आर्य ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को आरबीएसके के मैनेजर को कलेक्टर कार्यालय भेजने के निर्देश दिये थे. आरबीएसके मैनेजर सुरभि साहू ने कलेक्टर को बताया था कि हदयरोग पीड़ित नरेश पटेल की 27 फरवरी 2023 को बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में जांच कराई गई थी. जहां नरेश पटेल को डॉक्टर ने स्वास्थ्य परीक्षण हेतु भर्ती किया था. परीक्षण के बाद डॉक्टरों ने बताया कि नरेश के दिल में छेद है. उसके बाद आरबीएसके ने 2 मार्च 2023 को सिद्धांता अस्पताल भोपाल के शिविर में स्वास्थ्य परीक्षण कराया. जहां नरेश के दिल में छेद होने की पुष्टि की गई और लगातार स्वास्थ्य परीक्षण की बात कही गई. सिद्धांता अस्पताल के डॉक्टरों ने नरेश पटेल को 2 जून 2023 को फिर स्वास्थ्य परीक्षण के लिए बुलाया था. सुरभि साहू ने बताया कि नरेश पटेल के परिजनों को आरबीएसके का फोन नंबर भी दिया गया था और बताया गया था कि यदि किसी भी समय कोई भी परेशानी होती है, तो तत्काल फोन नंबर पर संपर्क करेंगे.

Child will be treated in Mumbai
मुंबई में होगा बच्चे का इलाज
  1. अब भगवान राम के पुत्र लवकुश लगाएंगे बुंदेलखंड में BJP की नैया पार, कुशवाहा समाज को CM की चुनावी सौगात
  2. मंत्री के भाई का अनोखा अंदाज: JCB चलाकर पहुंचे सिंचाई परियोजना का भूमिपूजन करने, देखें VIDEO

रेडक्रास की मदद से भेजा गया मुंबई: कलेक्टर दीपक आर्य ने पूरी जानकारी लेने के बाद मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के लिए चिन्हित रेडक्रास सिद्धांता हॉस्पिटल के संचालक से फोन पर चर्चा की और मासूम बच्चे की बीमारी के बारे में विस्तार से बताया. कलेक्टर की जानकारी देने के बाद रेडक्रास सिद्धांता अस्पताल के संचालकों ने तत्काल भेजने के लिए कहा. जहां उसका संपूर्ण परीक्षण किया गया. कलेक्टर दीपक आर्य के निर्देश पर सागर रेड क्रॉस द्वारा बच्चे की परिवार की आर्थिक स्थिति को देखते हुए 10 हजार की निःशुल्क राशि प्रदान की गई. इसके अलावा खाना, नाश्ता सहित सागर से भोपाल जाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है. पीड़ित बच्चा और उसके परिजन के साथ आरबीएसके के डॉक्टर डॉ. मुकेश सेन को एंबुलेंस के माध्यम से भोपाल भेजा गया था.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.