सागर। संभागीय मुख्यालय सागर बुंदेलखंड का प्रमुख शहर है. फिर भी विकास के मामले में अब तक ये शहर प्रदेश के दूसरे बड़े शहरों से कई गुना पीछे था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना स्मार्ट सिटी मिशन (sagar smart city project) में शामिल होने के बाद सागर की तकदीर और तस्वीर धीरे-धीरे बदलने लगी है. अब यह आधुनिक शहर में बदलता जा रहा है. पिछले 2 वर्षों में स्मार्ट सिटी द्वारा शहर विकास के लिए किए गए काम आने वाले साल 2022 में आकार लेने लगेंगे. तब सागर शहर एक खूबसूरत सपनों के शहर जैसा होगा. खासकर लाखा बंजारा झील की खूबसूरती बढ़ाने के लिए झील का जीर्णोद्धार किया जा रहा है.
बंजारा झील में बन रहा एलिवेटेड कॉरिडोर
नए शहर और पुराने शहर को जोड़ने के लिए लाखा बंजारा झील में ही एलिवेटेड कॉरिडोर (banjara jheel elevated corridor sagar) बनाया जा रहा है, जो सागर शहर की नई तस्वीर पेश करेगा. इसके अलावा सागर के संभागीय खेल परिसर में हॉकी के एस्ट्रोटर्फ और एथलेटिक्स के लिए सिंथेटिक ट्रैक भी बनाया जा रहा है. वहीं सिटी स्टेडियम में क्रिकेट की अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं पूरी की जा रही हैं. इसके अलावा आधुनिक सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है. ये सब प्रोजेक्ट 2022 में पूरे हो जाएंगे.
2021 में सागर शहर हुआ यह काम ( sagar development in 2021)
एक आधुनिक शहर के रूप में विकास को देखें तो 2021 में शहर में कई ऐसी सुविधाएं स्मार्ट सिटी के जरिए हासिल हुई हैं, जो सुविधाओं का विस्तार करने के साथ-साथ शहर को खूबसूरत बना रही हैं. जाते-जाते 2021 स्मार्ट सिटी मिशन के जरिए शहर को कई सौगातें देकर गया है.
- 2021 में शहर के चौराहों का विकास 2.26 करोड़ स्मार्ट सिटी मिशन द्वारा पूरा किया गया.
- 2021 में बोर्ड और सड़क संकेतक 8.48 करोड़ की लागत से शुरू किए गए.
- 2021 में शहर के प्रमुख स्थानों के सौंदर्यीकरण 1.16 करोड़ रुपये खर्च किये गए.
- 2021 में स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम बनाने के लिए 8.17 करोड़ की लागत लगायी गई.
- 2021 में शहर के तीन पार्कों के सौंदर्यीकरण में 3.12 करोड़ रुपये स्मार्ट सिटी मिशन द्वारा किये गए.
- 2021 में इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर 37.32 करोड़ (बिना जीएसटी) की लागत से स्थापित किया गया है.
(इसके जरिए जहां वैक्सीनेशन का काम किया गया, तो वही कोरोना के लॉकडाउन में शहर पर नजर रखने में कंट्रोल सेंटर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. फिलहाल शहर के यातायात को सुचारू करने और ई चालान जैसी सुविधा इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर के जरिए की जा रही है. इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के लिए 12.76 करोड़ रुपए खर्च किए गए.)
2022 में कितनी बदलेगी तस्वीर ( sagar development in 2022)
जाते हुए साल 2021 को अगर देखा जाए, तो इसने सागर शहर की बदलती तस्वीर की बुनियाद रखने का काम किया है. 2021 में सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा किए जा रहे कार्यों में ऐसे कामों की संख्या सबसे ज्यादा है, जो 2022 में पूरे होंगे और शहर की तस्वीर बदल देंगे.
- 92.26 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहे ऐतिहासिक लाखा बंजारा झील का जीर्णोद्धार साल 2022 में पूरा हो जाएगा. यह 400 साल पुरानी झील है. इससे सागर को एक विशेष पहचान मिलेगी.
- 25 किलोमीटर के स्मार्ट रोड कॉरिडोर के तहत पांच सड़कों का निर्माण 79.46 करोड़ की लागत से किया जा रहा है. इसके अलावा संजय ड्राइव रोड 8.74 करोड़ रुपये की लागत से बन रहा है. स्मार्ट रोड-2 और स्मार्ट रोड-1 साल 2022 में बनकर पूरी हो जाएंगी.
- 10.01 करोड़ रुपये की लागत से खेल परिसर में हॉकी एस्ट्रोटर्फ और एथेलेटिक्स सिंथेटिक ट्रैक के अलावा अन्य खेल सुविधाओं के काम चल रहे हैं यह काम साल 2022 में पूरे हो जाएंगे. इससे खिलाड़ियों को कहीं जाने की आवश्यकता नहीं होगी.
- 10.09 करोड़ रुपये की लागत से सिटी स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय स्तर की क्रिकेट अकादमी और अन्य खेल सुविधाओं का विकास हो रहा है. यह काम भी इसी साल हो जाएगा पूरा.
- 48 स्थानों पर पार्क एंड प्ले एरिया का निर्माण 11.56 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है. प्ले एरिया का निर्माण 2022 में पूरा हो जाएगा.
- 64.07 करोड़ रुपये की लागत से पुराने शहर और नए शहर को जोड़ने के लिए लाखा बंजारा झील के बीचोंबीच से एलिवेटेड कॉरिडोर बन रहा है. मध्यप्रदेश में यह पहला एलिवेटेड कॉरिडोर होगा. जनता को यह 2022 में बनकर मिल जाएगा.
- 2.97 करोड़ रुपये की लागत से स्टार्ट अप व्यवसाय के लिए इन्क्यूबेशन सेंटर बन रहे हैं. जबकि इसकी बिल्डिंग का निर्माण 12.75 करोड़ रुपये की लागत से किया जा रहा है. 2022 में यह जल्द में मिलेगा.
- इसके अलावा परकोटा स्ट्रीट बाल के सौंदर्यीकरण- 0.51 करोड़ रुपये की लागत.
- अटल पार्क में लाइट एंड साउंड सिस्टम - 2.81 करोड़ रुपेय की लागत.
- हेरिटेज साइट रीस्टोरेशन- 2.63 करोड़ रुपये लागत.
- महिला सुविधा केंद्र - 1.67 करोड़ रुपये.
- चौराहों का सौंदर्यीकरण- 0.39 करोड़ रुपये.
- पौधरोपण और ट्री गार्ड फेंसिंग- 1.03 करोड़ रुपये
- विभिन्न स्थानों पर फैंसिंग, बोर्ड और गेट की व्यवस्था- 2.10 करोड़ रुपये खर्च होंगे.