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बारिश और ओलावृष्टि ने तोड़ी किसानों की कमर, 50 फीसदी से ज्यादा फसल खराब होने की आशंका - राज्य सरकार

सागर में बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की कमर ही तोड़कर रख दी है. इस बार की आसमानी आफत ने रबी की फसलें ही नहीं बल्कि सब्जी की खड़ी फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है.

Rain and hail broke farmers' back
बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की तोड़ी कमर
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Published : Jan 4, 2020, 7:59 AM IST

Updated : Jan 4, 2020, 8:18 AM IST

सागर। इस बार की बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की खड़ी फसल को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है, जिससे अन्नदाताओं के सामने खाने-पीने की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. लगातार हो रही बारिश और ओलावृष्टि से रबी की फसलों के साथ-साथ सब्जी की फसल भी चौपट हो गई है.

बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की तोड़ी कमर

जब जिले में बारिश शुरू हुई, तो किसानों ने उसे वरदान माना, लेकिन जब यही बारिश लगातार होती रही, तो किसानों के चेहरे मुरझा गए. बारिश से गेहूं और चने की फसल खराब होने का आशंका बढ़ गई है, जबकि टमाटर, बैंगन, मटर और आलू की फसलों पर भी मौसम की मार पड़ी है.

यही वजह है कि 5 से 20 रुपए किलो मिलने वाला मटर अब 40 से 60 रुपए किलो बिक रहा है, जबकि टमाटर और बैगन जैसी सब्ज़ियों के दाम भी दो से तीन गुणा तक बढ़ गए हैं, जिससे आम लोगों का बजट गड़बड़ा गया है.

सागर। इस बार की बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की खड़ी फसल को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है, जिससे अन्नदाताओं के सामने खाने-पीने की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है. लगातार हो रही बारिश और ओलावृष्टि से रबी की फसलों के साथ-साथ सब्जी की फसल भी चौपट हो गई है.

बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की तोड़ी कमर

जब जिले में बारिश शुरू हुई, तो किसानों ने उसे वरदान माना, लेकिन जब यही बारिश लगातार होती रही, तो किसानों के चेहरे मुरझा गए. बारिश से गेहूं और चने की फसल खराब होने का आशंका बढ़ गई है, जबकि टमाटर, बैंगन, मटर और आलू की फसलों पर भी मौसम की मार पड़ी है.

यही वजह है कि 5 से 20 रुपए किलो मिलने वाला मटर अब 40 से 60 रुपए किलो बिक रहा है, जबकि टमाटर और बैगन जैसी सब्ज़ियों के दाम भी दो से तीन गुणा तक बढ़ गए हैं, जिससे आम लोगों का बजट गड़बड़ा गया है.

Intro:सागर। पहले बारिश की बेरहमी और फिर सर्दी का सितम्, मानों मौसम ने किसान की कमर ही तोड़ कर रख दी हो। ओला, पाला, तुषार ने रवि की फसलें ही नहीं बल्कि सब्ज़ी की ख़ड़ी फसलों को भी खासा नुकसान पहुंचाया है। Body:वैसे तो इस मौसम में होने वाली हल्की बारिश गेहूँ चना जैसी फसलों के लिए लाभदायक मानी जाती हैं लेकिन तेज़ बारिश और ओले गिरने से इन्हे भी नुकसान की आशंका बढ़ गई है। जबकि टमाटर, बैगन, मटर और आलू की फसलों पर भी मौसम की मार पड़ी है।Conclusion:यही वजह है कि पिछले दिनों 15-20 रूपये किलो मिलने वाला मटर अब 40 से 60 रूपये किलो बिक रहा है, जबकि टमाटर और बैगन जैसी सब्ज़ियों के दाम भी दो से तीन गुना तक बढ़ गए हैं। यही वजह है कि किसान तो परेशान है ही आम आदमी का घरेलू बजट भी गड़बड़ा गया है। लगातार मौसम की मार झेल रहा किसान अब सरकार से राहत की बांट जोह रहा है।

बाइट- राम पटेल, किसान
Last Updated : Jan 4, 2020, 8:18 AM IST
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