सागर। जिले के पुलिस अधीक्षक अतुल सिंह ने शाहपुर चौकी क्षेत्र में हुए एक अंधे कत्ल का खुलासा किया है. कुछ दिन पहले शाहपुर चौकी अंतर्गत रेलवे ट्रैक पर एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था, जिसकी शिनाख्त हल्ले भाई उर्फ कीरत लोधी के तौर पर हुई थी. जिसमें ये मामला दुर्घटना का प्रतीत हो रहा था, लेकिन कुछ दूरी पर शाहपुर चौकी प्रभारी रवि भूषण पाठक को खून के निशान दिखे, जिससे हत्या कर मृतक के शव को पटरी पर फेंके जाने की आशंका जाहिर हुई. जिसके बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी थी.
विवाद के चलते युवक की हत्या
पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर मामले में दस हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था, जिसके बाद मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने दो बदमाशों लोधी और गौतम अहिरवार को गिरफ्तार किया है.
जिनसे सख्ती से पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. दोनों आरोपियों ने बताया कि मृतक, उसके साथी और दोनों आरोपियों का शराब के नशे में विवाद हो गया, जिसके बाद आरोपियों ने किशन यादव की हत्या का प्लान बनाया.
हत्या को दिखाया हादसा
20 अगस्त 2020 को आरोपियों ने किशन यादव की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला. उसका साथी हल्ले अहिरवार उन्हें तड़ा चौराहे पर यात्री प्रतीक्षालय में शराब के नशे में सोता हुआ मिला. दोनों आरोपियों ने उसके सिर पर लोहे की रॉड से और डंडों से वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया.
साथ ही हत्या को हादसा दिखाने के लिए उसे रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया. जिससे शव ट्रेन की चपेट में आकर क्षत-विक्षत हो गया, इसके बाद दोनों आरोपी मृतक के साथी किशन यादव की तलाश करने लगे. आरोपियों के अनुसार उन्होंने हत्या के दो दिन बाद तक किशन की तलाश की, लेकिन पुलिस हल्ले का साथी होने की वजह से किशन से पूछताछ कर रही थी इसलिए वो आरोपियों के हत्थे नहीं चढ़ा और उसकी जान बच गई.
कई धाराओं में मामला दर्ज
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने ये बात खुद बताई है कि उन्हें किशन के प्रति इतना आक्रोश था कि अगर वह दो दिन बाद भी मिल जाता तो दोनों आरोपी किशन यादव की हत्या कर देते. फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ हत्या और साक्ष्य छुपाने की धारा 302, 201 के साथ अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है.