मुरैना: खाद्य वितरण केंद्रों पर लगातार डीएपी खाद के लिए किसानों की भीड़ बढ़ती जा रही है. इस समय बोवनी के साथ-साथ पलेवा का समय चल रहा है. ऐसे में किसान पानी और खाद को लेकर चिंतित हैं. एक ओर किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल रहा है वहीं, दूसरी तरफ खाद्य वितरण केंद्र पर खाद के लिए किसान सुबह से ही लंबी लाइन में लगे हुए हैं. इसके बावजूद उन्हें खाद नहीं मिल पा रहा है.
ठगा महसूस कर रहा है किसान
सोमवार को कृषि उपज मंडी में टोकन वितरण केंद्र पर एक किलोमीटर से भी अधिक लंबी लाइन में खड़े किसानों ने आरोप लगाया कि "जिले में डीएपी खाद की कालाबाजारी की जा रही है और जिम्मेदार सरकार व प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है. कृषि विभाग के अधिकारी सुबह से लेकर शाम तक अपने-अपने लोगों को पर्चियां बांट रहे हैं और किसान जिसके पास कोई सिफारिश नहीं है, वे कई कई घंटे लंबी-लंबी लाइन में खड़ा होकर अपना पसीना बहा रहा है. इसके बाद भी उसे कई दिनों तक खाद नहीं मिल पा रहा है, जिससे किसान अब ठगा महसूस कर रहा है."
'खाद की कोई कमी नहीं'
इस मामले को लेकर एसडीएम भूपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि शनिवार और रविवार छुट्टी होने के कारण आज खाद वितरण केंद्र पर किसानों की अधिक भीड़ हो गई थी. सभी को टोकन वितरण किए जा रहे है. जिसका नंबर नहीं आ पाता उसको अगले दिन खाद दिया जाता है. खाद की कोई कमी नहीं है.
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खाद की पर्ची लेने के लिए मची भगदड़
छतरपुर में आईसीआईसीआई बैंक के पास कृषि केंद्र में किसानों के बीच पर्ची लेने को लेकर भगदड़ मच गई. जिसमें एक किसान के ऊपर दीवार गिर गई और उसके पैर की 2 उंगलियां टूट गई. गुस्साए किसान ने घायल अवस्था में ही बीच रोड पर लेट कर प्रदर्शन करने लगा. इसकी जानकारी मिलते ही तहसीलदार संदीप तिवारी मौके पर पहुंचे और घायल किसान को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया.
इसको लेकर कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने बताया कि खाद के लिए व्यवस्थित टोकन बंटवाए जा रहे है. भीड़ ज्यादा है तो और पीओएस मशीन लगाई जा रही है, जिससे जल्द किसानों को खाद मिल सके.