सागर। जिले की बंडा जनपद पंचायत की बिनायका ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है. इस गड़बड़ी में ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास निर्माण में काम करने वाले मजदूरों की मजदूरी भुगतान में हेराफेरी की गई है. यह आरोप बिनायका ग्राम पंचायत के रोजगार सचिव पर लगे हैं. दरअसल, रोजगार सचिव ने आवास निर्माण की मजदूरी मजदूरों के खाते में ना डालकर अपने परिचितों और दोस्तों के खाते में डाली गयी हैं. प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों का आरोप है कि रोजगार सचिव ने हेराफेरी करके मजदूरों की मजदूरी डकार ली है.
सागर कमिश्नर से शिकायत : प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही मनोज पिता राजू जोगी निवासी ग्राम पंचायत बिनेका तहसील बंडा ने सागर कमिश्नर को शिकायत दर्ज कराई है. उन्होंने बताया कि रोजगार सहायक सचिव चंद्रकांत नामदेव द्वारा अपने दोस्तों और परिजनों के खाते मजदूरी का भुगतान कराया गया है और उन खातों से पैसे भी निकाले गए है. शिकायत में ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक सचिव के ऊपर विभागीय जांच कर एफआईआर दर्ज करने की भी मांग की गई. दरअसल, प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत ग्रामीण हितग्राहियों को व्यवस्था दी गई है कि वह स्वयं के मकान निर्माण में अगर मजदूरी करते हैं, तो उन्हें शासन द्वारा तय दर से मजदूरी का भुगतान किया जाएगा.
ग्रामीणों ने पीएम आवास योजना में भ्रष्टाचार करने का लगाया आरोप, जनपद सीईओ से की कार्रवाई की मांग
बंडा सीईओ ने दिए जांच के आदेश : प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत ग्रामीण स्तर पर आवास निर्माण के लिए 2 लाख 25 हजार हितग्राही को शासन द्वारा मिलते हैं. इसके अलावा हितग्राही खुद अगर मकान निर्माण में मजदूरी करता है तो उसे मजदूरी का भुगतान की शासन द्वारा किया जाता है. बंडा जनपद पंचायत की सीईओ प्रतिष्ठा जैन का कहना है कि ग्राम पंचायत बिनायका के ग्रामीणों ने मुझे भी शिकायत दर्ज कराई है और जिला पंचायत सीईओ को भी शिकायत दर्ज कराई है. इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं और प्रतिवेदन आते ही नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. इसमें रोजगार सहायक दोषी पाए जाते हैं तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.