सागर। कोरोना की दूसरी लहर में सरकार ने बीना रिफाइनरी की ऑक्सीजन पर आधारित 1000 बेड के कोविड अस्पताल का ऐलान किया था. दूसरी लहर लगभग समाप्त हो चुकी है, लेकिन अस्पताल अभी तक तैयार नहीं हो पाया है. हालात यह है कि 1 हजार बेड वाला अस्पताल महज 200 बेड पर सिमटकर रह गया है. वहीं अस्पताल की तैयारियों का जब मॉक ड्रिल किया गया, तो सिर्फ 30 बेड का अस्पताल ही तैयार हो पाया है. सबसे बड़ी बात यह है कि यह अस्पताल कब शुरू होगा, अभी तक यह भी तय नहीं है.
1 हजार बेड वाला अस्पताल सिर्फ 200 पर सिमटा
बीना आगासोद रिफाइनरी के पास स्थित ग्राम चक्क में निर्माणाधीन 1000 बिस्तरों के अस्पताल का कमिश्नर मुकेश शुक्ला की मौजूदगी में मॉकड्रिल किया गया. मौजूदा स्थिति में सिर्फ 200 बेड के अस्पताल का सिर्फ एक ब्लॉक तैयार हुआ है. जिसमें महज 30 बेड के हिसाब से तैयारियां की गई हैं. अस्पताल कब शुरू होगा, इसका समय अभी तक तय नहीं हुआ है. हालांकि स्वास्थ्य विभाग जल्द अस्पताल शुरू करने का दावा कर रहा है.
क्या-क्या तैयारियां हुईं पूरी ?
बीना की आगासौद रिफाइनरी के चक्क गांव में बन रहे अस्पताल में टायलेट्स, वॉटर सप्लाई, इलेक्ट्रिक सप्लाई, ऑक्सीजन सप्लाई सहित सड़क निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है. पानी सप्लाई के लिए पाइपलाइन बिछाने के साथ ही टंकियों के माध्यम से टायलेट्स तक पानी पहुंचाने का कार्य भी किया जा चुका है. हॉस्पिटल डोम को वातानुकूलित रखने के लिए कूलर आदि भी लगाए गए हैं. BORL के ऑक्सीजन प्लांट से हॉस्पिटल डोम में मरीजों तक ऑक्सीजन पहुंचाने हेतु पाइपलाइन और बेड के पास उपकरण लगाए जा चुके हैं. डोम के अंदर 30-30 बेड के 7 ब्लॉक भी बनाए गए हैं.
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ऑक्सीजन के प्लांट की तैयारियां अधूरी
इस अस्पताल को लेकर सरकार का दावा था कि इस अस्पताल में 1000 ऑक्सीजन बैड होंगे. बीना रिफाइनरी की इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन को मेडिकल ऑक्सीजन में बदलने के लिए बॉटलिंग प्लांट लगाकर मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में भेजा जाएगा. लेकिन बोटलिंग प्लांट हेतु चयनित स्थल पर बोटलिंग प्लांट अभी लगाया नहीं गया है.
सरकार के आदेश का इंतजार
जिला प्रशासन का कहना है कि जल्द ही शासन के निर्देशानुसार स्वास्थ्य विभाग के साथ यहां कोरोना मरीजों का उपचार प्रारंभ किया जाएगा. यह वर्तमान में तो उपयोगी है ही, इसका निर्माण आगामी समय में कोविड -19 की तीसरी लहर को ध्यान में रखकर किया गया है. यहां ब्लॉक के अंदर मरीजों के लिए गर्म पानी जैसी अन्य महत्वपूर्ण आवश्यकताओं का ध्यान रखते हुए सारी व्यवस्था करें. इस अस्पताल के बन जाने के कारण सागर जिला सहित रायसेन, विदिशा, अशोक नगर आदि जिलों के कोरोना संक्रमित मरीजों को शीघ्र और बेहतर इलाज मिल सकेगा.