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MP Sagar News: मंत्री गोपाल भार्गव की संवेदनशीलता का उठाया नाजायज फायदा, पहुंचा सलाखों के पीछे, जानें क्या है मामला - पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव की संवेदनशीलता

सागर में पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव की संवेदनशीलता का किसी ने नजायज फायदा उठाया. अब वह सलाखों के पीछे पहुंच गया है. पढ़ें पूरी खबरें...

MP Sagar News
मंत्री की संवेदनशीलता का नाजायज फायदा उठाने वाला पहुंचा जेल
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Published : Aug 9, 2023, 10:35 PM IST

मंत्री की संवेदनशीलता का नाजायज फायदा उठाने वाला गया जेल

सागर। मध्यप्रदेश सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव अपनी संवेदनशीलता के लिए जाने जाते हैं. विधानसभा क्षेत्र के लोगों की मदद के लिए हर समय तत्पर रहने वाले गोपाल भार्गव सुख-दुख बीमारी और हर तरह की मुश्किल में लोगों की आर्थिक मदद करने से पीछे नहीं हटते हैं. इसी बात का फायदा उठाकर एक शख्स ने मंत्री गोपाल भार्गव को फोन लगाकर बताया कि "वह गिरिराज परिक्रमा के लिए आया था और उसके साथ आई एक वृद्ध महिला की मौत हो गयी है. अंतिम संस्कार और वापस लौटने के लिए पैसे नहीं है तो मंत्री के स्टाफ ने उसके खाते में 10 हजार रुपए दिए. इस घटना की जानकारी जब मंत्री गोपाल भार्गव ने फेसबुक पर शेयर की, तो कई लोगों ने सवाल खड़ा किया कि ऐसा व्यक्ति कोई नहीं है. तब मंत्री के स्टाफ ने गढ़ाकोटा थाना में शिकायत दर्ज करायी. पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि किसी दूसरे गांव के व्यक्ति ने फर्जी कहानी बनाकर मंत्री से मदद मांगी थी. युवक को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है.

क्या है मामला: पिछले दिनों पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव के स्टाफ को एक व्यक्ति ने फोन करके मदद मांगी थी. फोन करने वाले शख्स ने अपना नाम कमलेश अहिरवार बताते हुए बताया कि वो रहली विधानसभा के चुरहा गांव का रहने वाला है. उसने बताया कि गांव के 7 लोग गिरिराज परिक्रमा के लिए आए थे. जहां पर 65 साल की सुशील बाई साहू की हार्ट अटैक से मौत हो गई. उनके दाह संस्कार और 6 लोगों की वापसी के लिए पैसे नहीं है. हमेशा की तरह मंत्री के स्टॉफ ने मानवीय आधार पर संबंधित व्यक्ति के बताए मोबाइल नंबर पर फोन पे के माध्यम से 10 हजार रुपए की मदद कर दी.

यहां पढ़ें...

फेसबुक पर डाली पोस्ट तो हुआ खुलासा: मदद के बाद मंत्री गोपाल भार्गव के स्टाफ ने फेसबुक पर घटना की जानकारी और मदद का ब्योरा शेयर किया तो संबंधित गांव के लोगों ने फेसबुक पोस्ट के जरिए मंत्री की मदद को झूठा बताया. मंत्री स्टाफ सकते में आ गया और मामले की शिकायत थाना गढ़ाकोटा में दर्ज कराई गयी. पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि जूना गांव के वीर सिंग गौंड ने फर्जी कहानी बना कर मंत्री के स्टाफ से दस हजार रुपए की ठगी की है. पुलिस ने आरोपी वीर सिंह को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया.

मंत्री की संवेदनशीलता का नाजायज फायदा उठाने वाला गया जेल

सागर। मध्यप्रदेश सरकार के पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव अपनी संवेदनशीलता के लिए जाने जाते हैं. विधानसभा क्षेत्र के लोगों की मदद के लिए हर समय तत्पर रहने वाले गोपाल भार्गव सुख-दुख बीमारी और हर तरह की मुश्किल में लोगों की आर्थिक मदद करने से पीछे नहीं हटते हैं. इसी बात का फायदा उठाकर एक शख्स ने मंत्री गोपाल भार्गव को फोन लगाकर बताया कि "वह गिरिराज परिक्रमा के लिए आया था और उसके साथ आई एक वृद्ध महिला की मौत हो गयी है. अंतिम संस्कार और वापस लौटने के लिए पैसे नहीं है तो मंत्री के स्टाफ ने उसके खाते में 10 हजार रुपए दिए. इस घटना की जानकारी जब मंत्री गोपाल भार्गव ने फेसबुक पर शेयर की, तो कई लोगों ने सवाल खड़ा किया कि ऐसा व्यक्ति कोई नहीं है. तब मंत्री के स्टाफ ने गढ़ाकोटा थाना में शिकायत दर्ज करायी. पुलिस ने जांच पड़ताल की तो पता चला कि किसी दूसरे गांव के व्यक्ति ने फर्जी कहानी बनाकर मंत्री से मदद मांगी थी. युवक को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है.

क्या है मामला: पिछले दिनों पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव के स्टाफ को एक व्यक्ति ने फोन करके मदद मांगी थी. फोन करने वाले शख्स ने अपना नाम कमलेश अहिरवार बताते हुए बताया कि वो रहली विधानसभा के चुरहा गांव का रहने वाला है. उसने बताया कि गांव के 7 लोग गिरिराज परिक्रमा के लिए आए थे. जहां पर 65 साल की सुशील बाई साहू की हार्ट अटैक से मौत हो गई. उनके दाह संस्कार और 6 लोगों की वापसी के लिए पैसे नहीं है. हमेशा की तरह मंत्री के स्टॉफ ने मानवीय आधार पर संबंधित व्यक्ति के बताए मोबाइल नंबर पर फोन पे के माध्यम से 10 हजार रुपए की मदद कर दी.

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फेसबुक पर डाली पोस्ट तो हुआ खुलासा: मदद के बाद मंत्री गोपाल भार्गव के स्टाफ ने फेसबुक पर घटना की जानकारी और मदद का ब्योरा शेयर किया तो संबंधित गांव के लोगों ने फेसबुक पोस्ट के जरिए मंत्री की मदद को झूठा बताया. मंत्री स्टाफ सकते में आ गया और मामले की शिकायत थाना गढ़ाकोटा में दर्ज कराई गयी. पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि जूना गांव के वीर सिंग गौंड ने फर्जी कहानी बना कर मंत्री के स्टाफ से दस हजार रुपए की ठगी की है. पुलिस ने आरोपी वीर सिंह को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया.

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