सागर। जिले के भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह धनोरा को पार्टी ने हाल ही में निष्कासित कर दिया था, इस कारण मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के खिलाफ पार्टी के पुराने नेता उनके खिलाफ बयानबाजी करने लगे हैं. बीजेपी से निकाले गए राजकुमार सिंह ने उसी दिन से सुरखी विधानसभा क्षेत्र का सघन दौरा शुरू कर दिया और ऐलान किया है कि वह मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के लिए विधानसभा क्षेत्र सुरखी में भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं के विरोध के सुर तीखे हो गए हैं. सुरखी विधानसभा क्षेत्र में आमतौर पर भाजपा स्थानीय उम्मीदवार को टिकट न देकर बाहर के उम्मीदवार को प्रत्याशी बनाती है. सागर भाजपा किसान मोर्चा भाजपा के जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह धनोरा में सुरखी विधानसभा में स्थानीय प्रत्याशी की मांग का समर्थन किया था.
धनोरा पहले भी मांग उठाते रहे हैं : धनोरा पहले भी वो पार्टी के मंच पर इसी तरह की मांग उठाते रहे हैं, लेकिन उनका कहना है कि इस बार उनके द्वारा स्थानीय प्रत्याशी की मांग करना कई लोगों को नागवार गुजरा. लिहाजा उनके खिलाफ साजिश की गई. पिछले 30 साल से भाजपा में समर्पित कार्यकर्ता के तौर पर काम कर चुके राजकुमार सिंह धनोरा को पार्टी की कार्रवाई सहन नहीं हुई और उन्होंने सुरखी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. गौरतलब है कि राजकुमार सिंह धानोरा पहले इसी इलाके से सागर जिला पंचायत के सदस्य रह चुके हैं और हाल ही में जिला पंचायत चुनाव में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के भाई हीरा सिंह राजपूत के समर्थन में अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी.
मंत्री भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदार हैं धनोरा : ऐसा नहीं है कि राजकुमार सिंह भाजपा के अंदर कमजोर थे. वह नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के रिश्तेदार हैं और भाजपा के पिछले 30 सालों से सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहे हैं. जब स्थानीय प्रत्याशी की मांग उन्होंने की, तो यह प्रोजेक्ट हुआ कि किसी खास खेमे के चलते उन्होने यह मांग उठाई है और इस पर विवाद शुरु हो गया. हालांकि मंत्री भूपेंद्र सिंह पहले सुरखी से चुनाव लड़ चुके हैं. लेकिन उन्होंने काफी पहले विधानसभा क्षेत्र बदलकर खुरई से चुनाव लड़ना शुरू कर दिया था.
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सीएम शिवराज के करीबी हैं भूपेंद्र सिंह : मंत्री भूपेंद्र सिंह की मजबूरी थी कि वह दूसरे मंत्री की विधानसभा क्षेत्र में हस्तक्षेप ना करें. ऐसे में उनके सामने अपने रिश्तेदार का साथ देना तर्कपूर्ण नहीं हो सकता था. अब जब राजकुमार सिंह धनोरा ने निष्कासन के बाद मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. ऐसे में भूपेंद्र सिंह ने भी चुप्पी साध ली है. राजकुमार सिंह धनोरा का कहना है कि जिस दिन से पार्टी ने निष्कासित किया था, उसी दिन से मैं सुरखी की जनता के बीच हूं. मैंने लगभग 60 गांवों का दौरा कर लिया है और रोजाना लोगों के बीच जाने का प्रयास कर रहा हूं. मुझे लोगों का भरपूर जनसमर्थन मिल रहा है और मैं उनसे न्याय की मांग कर रहा हूं.