सागर। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पूरी ताकत झोंक दी है.अपने सबसे करीबी नेता गोविंद सिंह राजपूत के गढ़ में कांग्रेस से मिल रही तगड़ी चुनौती को देखते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया दोबारा सुरखी विधानसभा के राहतगढ पहुंचे और विशाल सभा को संबोधित किया. इसके पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सुरखी विधानसभा के जैसीनगर में सभा को संबोधित किया था.
दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पर भड़के: राहतगढ़ के दशहरा मैदान में भाजपा प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत के पक्ष में सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मैं कमलनाथ और दिग्विजय सिंह नहीं हूं,जो झूठ और लूट के सहारे जनता को गुमराह कर रहे हैं. मेरा तो जहां संबंध है, वहां जान देने के लिए खड़ा रहता हूं. दोनों बड़े भाई और छोटे भाई ने राजनीति को सत्ता हासिल करने का खेल बना दिया.दोनों की जोड़ी ने मध्यप्रदेश को खोखला करने का काम किया है.
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महिलाओं को चेताया: यहां पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने चिर परिचित अंदाज में लाड़ली बहना योजना को लेकर महिलाओ को चेताया कि अगर कमलनाथ की सरकार आ गई तो लाड़ली बहना योजना बंद कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि राहतगढ़ की बहनें कमलनाथ के पास गई थीं लेकिन कमलनाथ ने कह दिया कि तिजोरी खाली है. यही बहनें जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के पास पहुंची तो शिवराज सिंह बोले कि बहना तिजोरी तुम्हारी है.
गोविंद आपका सेवक और रक्षक: जनसभा को संबोधित करते हुए सिंधिया ने कहा कि गोविंद सिंह राजपूत सिंधिया परिवार के सदस्य हैं. गोविंद राजपूत मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री नहीं,बल्कि आपका बेटा और आपका भाई है. गोविंद सिंह राजपूत आापका सेवक और रक्षक है. उन्होंने कहा कि इस व्यक्ति ने जीवन भर जनता की सेवा की है आज से 35 साल पहले जो विकास का बीज लगाकर उसको पानी दिया और आपने ही उसका पालन पोषण किया है.
सुरखी मेरी नहीं मैं सुरखी का गुलाम: भाजपा प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि ये संयोग है कि जैसीनगर में जब कमलनाथ की सभा हुई तब महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया आए थे. राहतगढ़ में कमलनाथ को जवाब देने के लिए फिर ज्योतिरादित्य सिंधिया आए हैं. कमलनाथ बोल रहे थे कि सुरखी गोविंद सिंह राजपूत की गुलाम है,उनसे मैं कहना चाहता हूं कि सुरखी मेरी गुलाम नहीं, मैं सुरखी का गुलाम हूं.