सागर। सागर जिले के बीना विधायक महेश राय का दर्द उस समय छलक पड़ा जिस समय वो बीना के विकास को लेकर पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे. उन्होंने कहा की राजनीति पावर का गेम होती है. हमारे बगल में विकास बहुत अधिक हो रहा है. क्योंकि वहां पर पावर अधिक है, जबकि यदि हमारे पास भी कोई महत्वपूर्ण पद होता तो हम भी अपने क्षेत्र का विकास करा पाते. यह बात उन्होंने बीना में अवैध रूप से चल रहे रेत के घाटों पर कोई कार्रवाई नहीं होने के संदर्भ में कही.
अधिकारियों की कार्रवाई पर उठाए सवाल
जब बीना विधायक महेश राय से एरण घाट पर हो रहे अवैध खनन पर कार्रवाई नहीं होने की बात कही तो उन्होंने इस पर कहा कि खनिज अधिकारी जिन लोगों के यहां चाय पानी साथ में पीते है ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते जबकि ये गलत है. मैं मानता हूं कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए. विधायक ने कहा कि अधिकारी भी अपने लोगों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं. कार्रवाई समानता के भाव से होनी चाहिए इसमें अपने पराये के तौर पर नहीं होनी चाहिए.
एरण घाट पर हो रहा अवैध रेत खनन
बीना में बेतवा नदी पर और बीना नदी में एरण घाट पर लगातार नदियों का क्षण करते हुए अवैध रूप से जेसीबी मशीनों और डंपर और से रेत निकालने का कारोबार जोरों पर है. इस कारोबार में अधिकांश भाजपा नेता ही संलग्न है. दो दिन पूर्व स्थानीय खनिज अधिकारियों और पुलिस ने मिलकर रेत के घाटों पर छापामार कार्रवाई कर लगभग 6 से अधिक जेसीबी पोकलेन मशीन और डंपर ट्रैक्टर आदि जब्त किए थे.
'विकास के लिए मंत्री बनना जरूरी'
महेश राय ने कहा कि विकास के लिए मंत्री बनना जरुरी है. मंत्रियों के क्षेत्र में विकास तेज गति से हो रहा है. जबकि विधायक तो एक बायपास बनवाने के लिए सांसद से लेकर मुख्यमंत्री तक गुहार लगाते फिर रहे हैं. उन्होंने बताया कि बीना में बायपास की बहुत जरूरत है. जिसका बजट करीब 250 करोड़ होगा. इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा भी की और सांसद से भी बात की है. अगर वे महत्वपूर्ण पद पर होते तो अब तक बिना का विकास अलग स्तर पर होता. उन्होंने बिना नाम लिए खुरई विधानसभा की चर्चा करते हुए कहा कि हमारी बगल की विधानसभा क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है जबकि हमारे विधानसभा क्षेत्र में विकास उस गति से नहीं हो पा रहा. अगर मैं भी किसी बड़े पद (मंत्री) होता तो मेरे क्षेत्र में भी तेजी से विकास होता.
विधायक के बयान पर कांग्रेस का निशाना
बहरहाल, विधायक महेश राय के इस वक्तव्य को कांग्रेस ने भुनाना शुरू कर दिया है और उनके वक्तव्य को बगल में ही खुरई विधानसभा क्षेत्र की कद्दावर मंत्री भूपेंद्र सिंह के विरोध को लेकर बताया जा रहा है हालांकि विधायक इस बात से स्पष्ट इंकार कर रहे हैं कि उन्होंने किसी व्यक्ति विशेष को लेकर यह बात कही है.
कई विधायक थे मंत्री पद की दौड़ में शामिल
गौरतलब है कि सागर विधानसभा क्षेत्र से विधायक शैलेंद्र जैन तीसरी बार जीत कर विधानसभा पहुंचे थे. वह भी मंत्री पद की दौड़ में शामिल थे. इसके अलावा नरयावली विधायक एवं बीजेपी उपाध्यक्ष प्रदीप लारिया भी तीन बार जीतकर मंत्री पद के दावेदारी कर रहे थे. इसके अलावा बीना विधायक महेश राय भी मंत्री पद की दावेदारी कर रहे थे. लेकिन गोविंद सिंह राजपूत के मंत्री बनने से इन सभी दावेदारों की दावेदारी ठंडे बस्ते में चली गई.