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सागर में दिखी प्रशासनिक मनमानी, दवा लेने गए युवक पर लॉकडाउन उल्लंघन का मामला - देवरी में पुलिस

सागर के देवरी में पुलिस प्रशासन का अमानवीय चेहरा सामने आया है, जहां अपनी दादी के लिए दवाई लेने जा रहे एक युवक पर बिना कोई जानकारी लिए लॉकडाउन उल्लंघन का मामला दर्ज कर लिया गया.

case filed without reason in Sagar
प्रशासनिक मनमानी
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Published : May 2, 2020, 9:57 AM IST

Updated : May 2, 2020, 11:58 AM IST

सागर। कोरोना वायरस के रोकथाम लिए लगे लॉकडाउन के दौरान देवरी के पुलिस प्रशासन का अमानवीय चेहरा सामने आया है, जहां अपनी दादी के लिए दवाइयां लेने जा रहे एक युवक पर बिना कोई जानकारी लिए लॉकडाउन उल्लंघन का मामला दर्ज कर लिया गया. इतना ही नहीं दवा का बिल दिखाने पर भी पुलिस नहीं मानी और युनक से उसकी बुलेट भी जब्ज कर ली.

प्रशासनिक मनमानी

पीड़ित राम सिंह ने बताया कि वो 7 बजे अपनी लाल रंग की बुलेट से हार्ट पेशेंट दादी की दवाई लेने के लिए घर से निकला था, जब वो दवा लेकर वापस आ रहा था तो मंडी के सामने एसडीएम, एसडीओपी, टीआई, तहसीलदार और पुलिस वालों ने बाइक रोकी और एसडीएम गाड़ी में मंडी में घूमने लगे और कर्मचारियों से फोटो वीडियो बनवाने लगे और फिर गाड़ी की कीमत पूछ कर उसे थाने भेज दी.और हमें दूसरी बाइक से थाने ले गए. दादी की तबीयत के बारे में भी बताने पर नहीं छोड़ा और लॉकडाउन उल्लंघन का मामला दर्ज कर दिया.

पीड़ित ने इस संबंध में पुलिस अधीक्षक और कमिश्नर कार्यालय में भी संपर्क किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.मामले में खुद अधिकारियों की गलती सामने आने के बाद कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहा है. जिस पर पीड़ित ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से दोषियों पर कार्रवाई करने और गाड़ी वापस दिलाने की अपील की है.

सागर। कोरोना वायरस के रोकथाम लिए लगे लॉकडाउन के दौरान देवरी के पुलिस प्रशासन का अमानवीय चेहरा सामने आया है, जहां अपनी दादी के लिए दवाइयां लेने जा रहे एक युवक पर बिना कोई जानकारी लिए लॉकडाउन उल्लंघन का मामला दर्ज कर लिया गया. इतना ही नहीं दवा का बिल दिखाने पर भी पुलिस नहीं मानी और युनक से उसकी बुलेट भी जब्ज कर ली.

प्रशासनिक मनमानी

पीड़ित राम सिंह ने बताया कि वो 7 बजे अपनी लाल रंग की बुलेट से हार्ट पेशेंट दादी की दवाई लेने के लिए घर से निकला था, जब वो दवा लेकर वापस आ रहा था तो मंडी के सामने एसडीएम, एसडीओपी, टीआई, तहसीलदार और पुलिस वालों ने बाइक रोकी और एसडीएम गाड़ी में मंडी में घूमने लगे और कर्मचारियों से फोटो वीडियो बनवाने लगे और फिर गाड़ी की कीमत पूछ कर उसे थाने भेज दी.और हमें दूसरी बाइक से थाने ले गए. दादी की तबीयत के बारे में भी बताने पर नहीं छोड़ा और लॉकडाउन उल्लंघन का मामला दर्ज कर दिया.

पीड़ित ने इस संबंध में पुलिस अधीक्षक और कमिश्नर कार्यालय में भी संपर्क किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.मामले में खुद अधिकारियों की गलती सामने आने के बाद कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहा है. जिस पर पीड़ित ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से दोषियों पर कार्रवाई करने और गाड़ी वापस दिलाने की अपील की है.

Last Updated : May 2, 2020, 11:58 AM IST
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