सागर। प्रदेश के सबसे बड़े वन्यजीव अभ्यारण्य नौरादेही में सागौन माफिया बैखोफ होकर दबंगई से सागौन की चोरी और तस्करी करते आ रहे हैं. साथ ही वन अमले को दहशत गर्दी कर डराने धमकाने का काम कर रहे हैं. बीती रात एक सागौन चोर को दबंगई जब भारी पड़ गई. जब वन अमले ने योजनाबद्ध तरीके से आरोपी की घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया. हालांकि सागौन तस्कर कट्टा लहराते हुए वन अमले को धमकाते नजर आया. खास बात यह है कि पिछले एक महीने में नौरादेही अभ्यारण्य में वन अमले पर हमला और धमकाने का तीसरा मामला सामने आया है.
क्या है मामला: जिले के रेहली विकासखंड में नौरादेही वन्य जीव अभ्यारण्य में रविवार-सोमवार की दरमियानी रात करीब एक बजे खपराखेड़ा बीट में वन माफिया जुझार सिंह उर्फ पप्पू राजपूत निवासी चनगुवां अपने एक सहयोगी तेजी सिंह के साथ लोहे के आरे से सागौन के पेड़ काट रहे थे. सूचना मिलने पर बीटगार्ड अनिल घनघोरिया चार सुरक्षा श्रमिकों के साथ मौके पर पहुंचे, तो आरोपियों ने कट्टा दिखाकर धमकाया. वनकर्मियों ने सूझबूझ के साथ आरोपी को बातों में बहलाया व मौका पाकर रेंजर सौरभ जैन को सूचना दी. रेंजर सशस्त्र बल के साथ मौके पर पहुंचे दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर तीन नग सागौन के कटे पेड़ों को जब्त किया. वन अमले की गिरफ्त में आए दोनों आरोपियों पर वन एवं वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के अधीन मामला दर्ज करके न्यायलय में पेश किया गया. जहां से आरोपियों को रहली जेल भेज दिया गया. सिंगपुर रेंज ऑफिसर सौरभ जैन ने बताया कि आरोपी जुझार सिंह राजपूत आदतन अपराधी हैं. इसके ऊपर पहले से कई गंभीर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं.
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एक माह के भीतर तीसरी घटना: गौरतलब है कि वन विभाग पर हमले की यह तीसरी घटना है. इसके पहले नौरादेही अभ्यारण्य जयसिंहपुर परिक्षेत्र में वन विभाग के गश्ती दल पर हमले का मामला सामने आया था. इस घटना में जंगल में गश्ती कर रहे वन विभाग के दस्ते पर देशी बम फेंकने का मामला भी सामने आया था. इसके बाद 6 फरवरी को गौरझामर क्षेत्र की पड़रई वन चौकी में सामने आया. जहां रविवार रात 11 बजे के लगभग पथराव किया गया. हालांकि इस घटना में वन चौकी में मौजूद डिप्टी रेंजर और सुरक्षा समिति को किसी तरह की चोट नहीं आई है. अब ताजा मामले में तस्कर वनकर्मियों को कट्टा लहराते हुए धमकाता नजर आया.