सागर। सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने फिर कमाल कर दिखाया है. दरअसल, छतरपुर के स्टेशनरी दुकानदार जगदीश श्रीवास फरवरी में स्टूल से गिर गए थे. उनकी कोहनी में चोट लगने से रेडियल हेड में फ्रैक्चर हो गया था. उन्होंने कई जगह इलाज कराया फिर, भी दर्द कम नहीं हुआ. जगदीश श्रीवास फिर बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में कोहनी के अत्यंत दर्द के कारण पहुंचे.
डॉक्टरों ने किया विचार-विमर्श : डॉक्टरों द्वारा जांच कर एक्स- रे कराए जाने पर पर रेडियल हेड का नॉन यूनियन होने का पता चला. इसका इलाज रेडियल प्रत्यारोपण भोपाल, इंदौर और दूसरे बड़े शहरों में ही संभव था. लेकिन सागर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने आपस में चर्चा कर इस आपरेशन करने की योजना बनाई.
बुंदेलखंड में पहली बार रेडियल हेड का प्रत्यारोपण : बीएमसी के डॉक्टरों ने सागर संभाग का प्रथम बार मरीज के रेडियल हेड का रिप्लेसमेंट करने का ऑपरेशन किया. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. सुरेन्द्र कुमार पड़रया द्वारा सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर रेडियल हेड को निकाल कर प्रोस्थेसिस रेडियल हेड का प्रत्यारोपण किया. डॉ. गौरव अग्रवाल (ऑर्थोपेडिक सर्जन), डॉ. अमित जैन(एनेस्थेसिया),डॉ. हिमांशु (एनेस्थेसिया), डॉ. प्रीति साहू(एनस्थीसिया) ने ऑपरेशन में मुख्य भूमिका निभाई. (First time successful operation in MBC) (Successful operation radial head fracture)