सागर। कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया पर बरस रहा है, वहीं इसके वैक्सीन न होने की सूरत में इसके बचाव के सीमित उपाय हैं. जैसे मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग जिसको बनाए रखने के लिए लॉकडाउन किया गया है और कोरोना के लक्षण होने पर या सफर करने के बाद डॉक्टर की सलाह और जांच कराएं. लेकिन इसके लिए सबसे जरूरी लोगों में जागरुकता है. जहां कुछ लोग लक्षण होने के बाद भी जांच से बचने की कोशिश करते हैं. वहीं सागर में एक नव विवाहित जोड़े ने कोरोना के खिलाफ जागरुकता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है.
दरअसल सागर के खुरई में सिविल अस्पताल में जैसे ही यह दूल्हा-दुल्हन पहुंचे तो शादी के जोड़े में सजी दुल्हन और सहरा बांधे दूल्हे को अस्पताल में देखकर सभी अचरज में पड़ गए. सभी की नजर दूल्हा-दुल्हन पर ही टिक गई. दरअसल यह जोड़ी शादी के बाद घर न जाकर सबसे पहले अस्पताल में कोरोना की जांच कराने पहुंचे जहां पर दोनों ने कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव को लेकर जांच कराई.
खुरई के राजीव नगर निवासी देवेंद्र विश्वकर्मा की शादी सागर के पास स्थित बसिया बरोदा गांव में पूजा विश्वकर्मा के साथ हुई. जब विदा कराकर दूल्हा अपनी दुल्हन को लेकर खुरई पहुंचा तो उसने सबसे पहले घर न जाकर सिविल अस्पताल पहुंचा जहां पर दोनों ने जांच कराई. शादी होने के पहले भी दोनों ने जांच कराई थी. जांच कराकर दूल्हा दुल्हन ने लोगों को जागरूकता का संदेश दिया. इस जोड़े का मानना था कि शादी के दौरान बसिया से खुरई तक कई लोगों के संपर्क में आए इसलिए जांच जरूरी है. इन दोनों की इस समझदारी की सभी ने सराहना की है.