सागर। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (digvijay singh) ने सागर शहर के बीच स्थित ऐतिहासिक लाखा-बंजारा झील (lakha banjara lake) को संरक्षित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) को पत्र लिखा है. दिग्विजय ने पत्र में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि सागर की लाखा बंजारा झील पर बीजेपी और संघ के बड़े लोगों व कार्यकर्ताओं ने अतिक्रमण कर अवैध कब्जा कर रखा है. यह झील अतिक्रमण के कारण प्रदूषित हो गई है. साथ ही दिन प्रति दिन सिकुड़ रही है. उन्होंने शिवराज से सवाल किया कि क्या मुख्यमंत्री बीजेपी और संघ के लोगों का इस झील से अवैध कब्जा और निर्माण हटाने का साहस दिखाएंगे?
- दिग्विजय ने आगे कहा...
लाखा बंजारा तालाब को लेकर दिग्विजय ने पत्र में कहा, "मैं आपका ध्यान सागर शहर के मध्य स्थित सैंकड़ों वर्ष पुरानी और करीब 433 एकड़ क्षेत्रफल में फैली लाखा बंजारा झील (सागर तालाब) की ओर आकर्षित करना चाहता हूं, जो न सिर्फ सागर शहर बल्कि मध्य प्रदेश की एक प्रमुख ऐतिहासिक धरोहर है. सागर के प्रभावशाली लोगों ने इस ऐतिहासिक झील के चारों ओर लंबे समय से अतिक्रमण कर रखा है. अतिक्रमण दिनों दिन बढ़ता जा रहा है. परिणाम स्वरूप झील का पानी प्रदूषित हो गया है और झील निरंतर सिकुड़ती जा रही है."
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- नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने भी दिए थे निर्देश: दिग्विजय
दिग्विजय ने आगे लिखा कि पर्यावरण संरक्षण को दृष्टिगत रखते हुए झील को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने वर्ष 2016-17 में महत्वपूर्ण फैसला देकर लाखा बंजारा झील का तत्काल सीमांकन कराने, अतिक्रमण मुक्त करने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए थे. जिला प्रशासन सागर द्वारा एनजीटी के निर्देश पर मार्च 2016 में टीएसएम मशीन से सीमांकन करवाया गया था. अधीक्षक, भू-अभिलेख सागर द्वारा कलेक्टर सागर को 43 अतिक्रमणकारियों की सूची प्रस्तुत की गई थी जिसमें बीजेपी के पूर्व सांसद लक्ष्मीनारायण यादव के पुत्र सुधीर का भी नाम है. उन्होंने कहा कि सूची के अनुसार आरएसएस (RSS) ने भी झील की जमीन पर ‘वंदना संघ कार्यालय’ बनाकर कब्जा कर लिया है. बीजेपी समर्थक अनेक बिल्डर और काॅलोनाइजर्स ने भी झील पर अतिक्रमण कर रखा है. अतिक्रमणकारियों के आपकी पार्टी से जुड़े के होने के कारण प्रशासन द्वारा उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई और एनजीटी के आदेश को ठंडे बस्ते में डाल दिया है.
- दिग्विजय ने उठाए सवाल
दिग्विजय ने आगे लिखा कि स्थानीय नागरिकों द्वारा झील को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए सरकार से निरंतर मांग की जा रही है, लेकिन अतिक्रमण आज भी जस का तस है. इससे स्पष्ट होता है कि सरकार के पास लाखा बंजारा झील के अतिक्रमण हटाने की या तो इच्छाशक्ति नहीं है या फिर सरकार अतिक्रमण करने वालों से डर रही है. उन्होंने लिखा, आपको यह भी ज्ञात होगा कि सागर शहर को भारत सरकार के स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत शामिल किया गया है. इस झील के पुनरुद्धार तथा इसके विकास और सौंदर्यीकरण को एक फ्लैगशिप प्रोजेक्ट घोषित किया गया है, लेकिन मैं कहना चाहूंगा कि झील के अतिक्रमण को हटाए बिना न तो सागर को स्मार्टसिटी बनाया जा सकता है और न ही इस झील का विकास-सौंदर्यीकरण हो सकता है.