सागर। लंबे समय के बाद बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज से जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट (Delta version of corona pandemic found in genome sequencing report) आ गई है. खास बात ये है कि फिलहाल सागर में कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन का कोई भी मामला सामने नहीं आया है, जबकि डेल्टा वैरिएंट का कहर अभी भी जारी है. दिसंबर में भेजे गए इन 9 सैंपल्स में से 8 सैंपल में डेल्टा वैरिएंट पाया गया है और एक मरीज की डेल्टा वैरिएंट से मौत भी हुई है.
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ओमीक्रॉन नहीं, डेल्टा वैरिएंट का कहर जारी
कोरोना महामारी की तीसरी लहर में ओमीक्रॉन वैरिएंट कहर बरपा रहा है. संभागीय मुख्यालय सागर में भी तीसरी लहर में कोरोना संक्रमितों की बाढ़ आ गई है. सागर में ओमीक्रॉन वैरिएंट का पता लगाने के लिए दो चरणों में 30 सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे. दिसंबर माह में भेजे गए 9 सैंपल्स की रिपोर्ट बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज को बुधवार को प्राप्त हुई है. रिपोर्ट में 9 में से 8 सैम्पल में कोरोना के डेल्टा B.1.617.2VOC की पुष्टि हुई है. बीएमसी ने पिछले साल 30 दिसंबर को 9 मरीजों के सैम्पल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए थे, जिनकी रिपोर्ट आ गई है.
डेल्टा वैरिएंट संक्रमण से एक मरीज की मौत
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज द्वारा भेजे गए 9 सैंपल में से 8 सैंपल में डेल्टा वेरिएंट की पुष्टि हुई है. खास बात ये है कि 17 दिसंबर 2021 को बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में दर्ज की गई एक मौत कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के कारण हुई है. जिले के खिमलासा कस्बे के रहने वाले 35 वर्षीय युवक की बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई थी.
ओमीक्रॉन नहीं, सिर्फ डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के वायरोलॉजी लैब के प्रभारी डॉक्टर सुमित रावत ने बताया है कि दिसंबर माह में भेजे गए 9 सैंपल में से 8 सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट में डेल्टा वैरिएंट की पुष्टि हुई है. दिसंबर माह में दर्ज एक मरीज की मौत भी इसी वैरिएंट के कारण रिपोर्ट में बताई गई है. फिलहाल सिर्फ 9 सैंपल की रिपोर्ट आई है, बाकी सैंपल की रिपोर्ट आते ही जानकारी साझा की जाएगी.