सागर। देश में कोरोना महामारी से प्रवासी मजदूरों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. गरीबी की गठरी लिए इन मजदूरों ने सैकड़ों किलोमीटर का सफर पैदल ही तय किया है. लॉकडाउन के चलते धैर्य खो चुके मजदूरों में निराशा छाई हुई है. अन्य राज्यों से अपने घर की ओर ये मजदूर भूखे-प्यासे किसी भी तरह अपने घर के लिए निकल पड़े हैं.
ऐसे में सागर से गुजरने वाले हजारों भूखे-प्यासे मजदूरों को रोटी और पानी देने का काम देवरी में पिछले कई दिनों से जारी है. यहां चल रहे भंडारे में रोजाना सैंकड़ों प्रवासियों की भूख मिटाई जाती है. सागर-नरसिंहपुर जिले की सीमा पर स्थित तीतरपानी टोल बैरियर पर देवरी के कांग्रेस विधायक हर्ष यादव अपने साथियों के साथ लंगर लगाकर लोगों को खाने की व्यवस्था कर रहे हैं.
भीषण गर्मी में ट्रकों पर पन्नी डालकर सफर कर रहे इन मजदूरों को पानी, खाना पैकेट, मट्ठा, मास्क सहित बच्चों के लिए बिस्कुट और स्नैक्स पैकेट भी बांटे जा रहे हैं.
हर्ष यादव ने बताया कि कोराना महामारी वैश्विक आपदा है. सभी लोगों को संकट के समय समाज की मदद के लिए आगे आना चाहिए. राष्ट्रीय राजमार्ग 44 से तेलंगाना, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा राज्यों से मजदूर गांव की ओर निकल रहे हैं.