सागर। कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन की शर्तों का पालन और बेसहारा वर्ग को संबल देने के विषय को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने मनरेगा के कार्यों को शुरू करने की स्वीकृति दे दी है. मनरेगा के तहत पूरे देश में 20 अप्रैल से काम शुरू किए जाने थे. लिहाजा जिले की 755 ग्राम पंचायतों में से 752 ग्राम पंचायतों में रोजगार के मूलक कार्य शुरू किए गए हैं. जिससे 18 हजार 5 सौ मजदूरों को रोजगार मिला है.
आने वाले दिनों में ये संख्या बढ़ने की उम्मीद है. मनरेगा के कार्यों में तालाब, सड़क, मेड बंधान समेत कपिल धारा कूप स्वीकृत किए गए हैं. लॉकडाउन के दौरान गरीब-बेसहारा वर्ग को प्राथमिकता देते हुए मनरेगा के कामों में छूट भी दी गई है, जिससे ग्रामीण स्तर पर रोजगारों का तेजी से सृजन हो सके.
इस योजना द्वारा ऐसे कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है जो श्रम प्रधान हों. इन कार्यो के दौरान कार्यस्थल पर सामाजिक दूरी (2 व्यक्तियों के बीच 1 मीटर की दूरी) एवं चेहरे को मास्क/गमछे से ढंके रखने, नियमित रूप से हाथ धोना सुनिश्चित किया गया है. साथ ही ऐसे श्रमिक जिन्हें सर्दी, खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ़ है, उन्हें काम में नहीं लगाया गया.
लॉकडाउन के दौरान काम बंद होने से गरीब वर्ग के जीवन यापन में कठिनाइयां होने लगी थीं. इसी का ध्यान करते हुए सरकार ने यह कार्य शुरू करवा दिए हैं. मजदूरों ने भी पीएम मोदी को इसके लिए धन्यवाद किया है.