रीवा। गुजरात के भरूच से चलकर तकरीबन 650 यात्रियों को लेकर श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन रीवा पहुंची. इस दौरान 20 घंटे के सफर के दौरान श्रमिकों को केवल एक प्लेट पोहा के सहारे ही रहना पड़ा. रास्ते में इनके लिए कहीं पर भी भोजन की उचित व्यवस्था प्रशासन ने नहीं की.
देशभर में फैले कोरोना वायरस के चलते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किए गए लॉकडाउन के बाद अब सरकार ने तमाम क्षेत्रों के मजदूरों को घर पहुंचाने की कवायद तेज कर दी है. जिसके चलते केंद्र और प्रदेश सरकार ने मिलकर श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन चलाई है. अब इन ट्रेनों के माध्यम से देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे श्रमिकों को उनके घरों तक पहुंचाया जा रहा है.
पिछले 7 दिन से 6 ट्रेन रीवा आ चुकी हैं. आज भी एक ट्रेन गुजरात के भरूच से चलकर रीवा पहुंची है. जिसमें तकरीबन 650 श्रमिक रीवा रेलवे स्टेशन पहुंचे हैं. इसके पहले मंगलवार की रात ये ट्रेन गुजरात के भरूच स्टेशन से रवाना हुई थी. जिसमें तकरीबन 1500 श्रमिक मौजूद रहे, जिनमें से कुछ श्रमिकों को भोपाल तो कुछ को कटनी रेलवे स्टेशन पर उतारा गया. जिसके बाद तकरीबन 650 यात्रियों को लेकर यह ट्रेन रीवा पहुंची.
डॉक्टरों की टीम ने प्रत्येक श्रमिकों की स्क्रीनिंग भी कराई इस दौरान श्रमिकों ने बताया कि ट्रेन में 20 घंटे का उनका सफर बिना भोजन के ही कट गया और नाश्ते में केवल उन्हें एक प्लेट पोहा ही मिला जिसके सहारे वह रीवा तक पहुंचे हैं.