रीवा। इंदौर से कार को बुकिंग कर रीवा में लूट की वारदात को अंजाम देने वाले शातिर बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बदमाश के पास से पुलिस ने वाहन भी जब्त कर लिया है, जबकि घटना में शामिल मुख्य आरोपी अभी भी फरार चल रहा है, जिसकी तलाशी की जा रही है.
शातिर बदमाश को गिरफ्तार करने में साइबर सेल ने अपनी मुख्य भूमिका निभाई है. साइबर सेल की मदद से ही सिटी कोतवाली पुलिस ने घेराबंदी कर बदमाश को गिरफ्तार किया है. वहीं पुलिस ने गिरफ्तार किए आरोपी को न्यायालय में पेश कर उसे जेल भेज दिया है.
बदमाशों ने इंदौर से कार बुक कर रीवा में की लूट
2 दिन पहले शातिर बदमाश इंदौर से बुक्ड वाहन को लेकर रीवा आया था. जैसे ही कार रीवा पहुंची, तो सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत जोरी गांव के पास आरोपी ने एक गाड़ी रुकवाई, जिसके बाद आरोपी चालक को कट्टा दिखाकर गाड़ी लेकर चंपत हो गया. पीड़ित की सूचना पर तत्काल पुलिस सक्रिय हो गई. पूरे जिले में नाकाबंदी करा दी गई. इस दौरान सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के लोही ओवर ब्रिज के पास एक बदमाश के होने की सूचना प्राप्त हुई. पुलिस को पास आता देख आरोपी वहां से भागने लगा, जिसके बाद पुलिस ने उसका पीछा कर उसे गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने अपने साथी अतुल पाण्डेय की मदद से गाड़ी लूट की घटना को अंजाम दिया, जिसके बाद दूसरे आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
फर्जी नाम बताकर बुक कराई थी कार
वाहन लूटने की योजना दोनों आरोपियों ने मिलकर बनाई थी. योजना के मुताबिक अतुल पाण्डेय करीब 15 दिन पूर्व इंदौर गया था, जहां एक ठेकेदार के अंडर में कुछ दिन काम किया. उसके बाद एक स्थानीय युवक से दोस्ती की. अपने बीमार पिता को इंदौर लाने के लिए उसने दोस्त के माध्यम से यह गाड़ी बुक कराई, जहां उसने अपना नाम राहुल पाण्डेय लिखाया. ट्रैवल्स संचालक ने भी बिना आईडी कार्ड लिए गाड़ी किराए पर दे दी. योजना के अनुसार वह अपने दोस्त को भी रीवा घुमाने के बहाने अपने साथ लेकर आ गया, ताकि किसी को संदेह न हो.
फरियादी के मोबाइल ने निभाई अहम भूमिका
आरोपियों ने फरियादी के गाड़ी की नंबर प्लेट निकाल ली थी, ताकि वह सीसीटीवी कैमरे में ट्रेस न हो सकें. पाण्डेयन टोला में आरोपी गाड़ी को छुपा कर रखे हुए थे, जिसमें आसानी से किसी की नजर न पड़े, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई कर आरोपियों सहित कार को जब्त कर लिया.