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Rewa News: स्व सहायता समूह की 14 बहनों ने मिलकर गांव में खोला 'दीदी कैफे', आर्थिक स्थिती होगी मजबूत, बनेंगी आत्मनिर्भर - Jawa District Panchayat

जवा जनपद पंचायत में स्व सहायता समूह की तकरीबन 14 बहनों ने मिलकर खुद का रोजगार स्थापित किया है. स्व सहायता समूह की इन बहनों ने गांव में ही "दीदी कैफे" खोला है. वहीं, स्व सहायता समूह की बहनों के इस हौसले की जनता भी अब काफी प्रशंसा कर रही है.

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14 बहनों ने मिलकर गांव में खोला दीदी कैफे
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Published : Jun 29, 2023, 10:42 PM IST

14 बहनों ने मिलकर गांव में खोला दीदी कैफे

रीवा। जवा जनपद पंचायत में स्व सहायता समूह की बहनों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए एक सराहनीय कदम उठाया है. यहां पर आत्मनिर्भर बनने के लिए 2 स्व सहायता समूह की तकरीबन 14 बहनों ने मिलकर खुद का रोजगार स्थापित किया है. स्व सहायता समूह की इन बहनों ने गांव में ही "दीदी कैफे" के नाम से एक कैंटीन खोली है. गांव में दीदी कैफे खोलकर इन बहनों ने साबित कर दिया है की महिलाएं भी किसी से कम नहीं है.

स्व सहायता समूह की बहनें बन रही आत्मनिर्भरः स्व सहायता समूह की बहनों के द्वारा "दीदी कैफे" का संचालन आज से ही शुरू एक दिया गया. इस कैफे का उद्घाटन क्षेत्रीय विधायक दिव्यराज सिंह ने फीता काटकर किया है. बताया जा रहा है कि जिस दुकान में स्व सहायता समूह की बहनों ने आज से "दीदी कैफे" का संचालन शुरू किया है. उस समूह की बहनों की दीदी कैफे का संचालन शुरू किया है. उसके लिए क्षेत्रीय विधायक दिव्यराज सिंह ने भी उनकी सहायता की है. इसके लिए विधायक ने जवा जनपद के सीईओ से जमीन का आवंटन करवाया. फिर ढाई लाख राशि विधायक निधि से देकर दुकान का निर्माण करवाया. वहीं, दीदी कैफे का उद्घाटन करने पहुंचे क्षेत्रीय विधायक दिव्यराज सिंह ने भी दीदी कैफे में बने व्यंजनों का लुफ्त उठाया.

14 बहनों ने गांव में खोला "दीदी कैफे": 2 समूह की तकरीबन 14 बहनों ने मिलकर "दीदी कैफे" खोला है. दीदी कैफे में चाय, समोसा के आलावा ग्राहकों के लिए शहरों की तर्ज पर फॉस्ट फूड पकवान-परोसने के व्यवस्था की गई है. जहां बैठकर ग्राहक कई तरह के व्यंजनों का स्वाद चख सकेंगे. इसके आलावा ऑर्डर मिलने पर स्व सहायता समूह की बहनें खाना पकाने का भी कार्य करती है. हाल ही में जवा जनपद में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत हुए कार्यक्रम में भी "दीदी कैफे" की बहनों को खाने का ऑर्डर मिल चुका है. वहीं आने वाले समय में स्व सहायता समूह की बहनों के द्वारा जल्द ही दीदी कैंटीन से टिफिन की डिलेवरी सेवा भी शुरू की जाएगी.

बहनों की आर्थिक स्थिती होगी मजबूतः दीदी कैफे में होने वाले व्यय की गई राशि का भुगतान स्व सहायता समूह की सभी बहनें मिलकर करेगी. इसके बाद हर माह होने वाले आय और व्यय का पूरा हिसाब समूह की लेखपाल अंजू गुप्ता के पास होगा. हर माह दीदी कैफे से होने वाली इनकम का भी जो फायदा होगा. उसे स्व सहायता समूह की बहनों को आपस में बराबरी से बांटा जाएगा. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की ओर से जनपद पंचायत जवा भवन परिसर में दीदी कैफे का शुभारंभ किया गया. सरस्वती स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इस "दीदी कैफे" कैंटिन का संचालन करेंगी. इससे उन्हें रोजगार तो उपलब्ध होगा और उनकी आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी. स्व सहायता समूह की बहनों के इस हौसले की जनता भी अब काफी प्रशंसा एक रही है.

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दीदी कैफे में होगी ये व्यवस्थाः आजीविका मिशन के माध्यम से सरकार आमजन को प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध करा रही है. ऐसे में जनपद में समूहों का गठन कर गांव-गांव में महिलाएं रोजगार का सृजन कर अपने पैरों पर खड़ी हो रहीं है. जवा जनपद पंचायत में आज से शुभारंभ किए गए दीदी कैफ़े में भोजन से लेकर टिफिन नाश्ता चाय, फास्ट फूड तक कि सुविधाएं रहेंगी. जिससे आमजन को बेहतर सुविधाएं भी प्राप्त होंगी साथ ही ग्रामीण महिलाए आत्मनिर्भर होगी.

14 बहनों ने मिलकर गांव में खोला दीदी कैफे

रीवा। जवा जनपद पंचायत में स्व सहायता समूह की बहनों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए एक सराहनीय कदम उठाया है. यहां पर आत्मनिर्भर बनने के लिए 2 स्व सहायता समूह की तकरीबन 14 बहनों ने मिलकर खुद का रोजगार स्थापित किया है. स्व सहायता समूह की इन बहनों ने गांव में ही "दीदी कैफे" के नाम से एक कैंटीन खोली है. गांव में दीदी कैफे खोलकर इन बहनों ने साबित कर दिया है की महिलाएं भी किसी से कम नहीं है.

स्व सहायता समूह की बहनें बन रही आत्मनिर्भरः स्व सहायता समूह की बहनों के द्वारा "दीदी कैफे" का संचालन आज से ही शुरू एक दिया गया. इस कैफे का उद्घाटन क्षेत्रीय विधायक दिव्यराज सिंह ने फीता काटकर किया है. बताया जा रहा है कि जिस दुकान में स्व सहायता समूह की बहनों ने आज से "दीदी कैफे" का संचालन शुरू किया है. उस समूह की बहनों की दीदी कैफे का संचालन शुरू किया है. उसके लिए क्षेत्रीय विधायक दिव्यराज सिंह ने भी उनकी सहायता की है. इसके लिए विधायक ने जवा जनपद के सीईओ से जमीन का आवंटन करवाया. फिर ढाई लाख राशि विधायक निधि से देकर दुकान का निर्माण करवाया. वहीं, दीदी कैफे का उद्घाटन करने पहुंचे क्षेत्रीय विधायक दिव्यराज सिंह ने भी दीदी कैफे में बने व्यंजनों का लुफ्त उठाया.

14 बहनों ने गांव में खोला "दीदी कैफे": 2 समूह की तकरीबन 14 बहनों ने मिलकर "दीदी कैफे" खोला है. दीदी कैफे में चाय, समोसा के आलावा ग्राहकों के लिए शहरों की तर्ज पर फॉस्ट फूड पकवान-परोसने के व्यवस्था की गई है. जहां बैठकर ग्राहक कई तरह के व्यंजनों का स्वाद चख सकेंगे. इसके आलावा ऑर्डर मिलने पर स्व सहायता समूह की बहनें खाना पकाने का भी कार्य करती है. हाल ही में जवा जनपद में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत हुए कार्यक्रम में भी "दीदी कैफे" की बहनों को खाने का ऑर्डर मिल चुका है. वहीं आने वाले समय में स्व सहायता समूह की बहनों के द्वारा जल्द ही दीदी कैंटीन से टिफिन की डिलेवरी सेवा भी शुरू की जाएगी.

बहनों की आर्थिक स्थिती होगी मजबूतः दीदी कैफे में होने वाले व्यय की गई राशि का भुगतान स्व सहायता समूह की सभी बहनें मिलकर करेगी. इसके बाद हर माह होने वाले आय और व्यय का पूरा हिसाब समूह की लेखपाल अंजू गुप्ता के पास होगा. हर माह दीदी कैफे से होने वाली इनकम का भी जो फायदा होगा. उसे स्व सहायता समूह की बहनों को आपस में बराबरी से बांटा जाएगा. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की ओर से जनपद पंचायत जवा भवन परिसर में दीदी कैफे का शुभारंभ किया गया. सरस्वती स्वयं सहायता समूह की महिलाएं इस "दीदी कैफे" कैंटिन का संचालन करेंगी. इससे उन्हें रोजगार तो उपलब्ध होगा और उनकी आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ होगी. स्व सहायता समूह की बहनों के इस हौसले की जनता भी अब काफी प्रशंसा एक रही है.

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दीदी कैफे में होगी ये व्यवस्थाः आजीविका मिशन के माध्यम से सरकार आमजन को प्रशिक्षण देकर रोजगार उपलब्ध करा रही है. ऐसे में जनपद में समूहों का गठन कर गांव-गांव में महिलाएं रोजगार का सृजन कर अपने पैरों पर खड़ी हो रहीं है. जवा जनपद पंचायत में आज से शुभारंभ किए गए दीदी कैफ़े में भोजन से लेकर टिफिन नाश्ता चाय, फास्ट फूड तक कि सुविधाएं रहेंगी. जिससे आमजन को बेहतर सुविधाएं भी प्राप्त होंगी साथ ही ग्रामीण महिलाए आत्मनिर्भर होगी.

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