रीवा। 2023 का चुनावी संग्राम बड़ा ही दिलचस्प होता दिखाई दे रहा है, वह इसलिए की इस बार रीवा विधानसभा सीट से स्कूल से लेकर कॉलेज तक के साथी रहे दो नेता आमने सामने होंगे. यहां पर बीजेपी के कद्दावर नेता जनसंपर्क मंत्री बीजेपी विधायक राजेंद्र शुक्ल और कांग्रेस प्रत्याशी इंजी. राजेंद्र शर्मा के बीच काफी घमासान देखने को मिलेगा. गुरुवार को नामांकन दाखिल करने कलेक्ट्रेट कर्यालय पहुंचे राजेंद्र शर्मा ने मंत्री राजेंद्र शुक्ला को जमकर घेरने का प्रयास किया. राजेंद्र शर्मा ने कहा कि ''कंक्रीट के जंगल को विकास नहीं कहते. रीवा को भ्रष्टाचार मुक्त बनाना ही उनका सबसे बड़ा चुनावी मुद्दा होगा.''
कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र शर्मा ने भरा नामांकन: विधानसभा चुनाव को लेकर नामांकन भरने की प्रक्रिया लागातार जारी है. जिसके चलते गुरुवार को कांग्रेस पार्टी के रीवा विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्यासी राजेंद्र शर्मा ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर नामांकन पत्र दाखिल किया है. इस दौरान उन्होंने चुनाव में विजय हासिल करने की बात कही है. साथ ही भाजपा सरकार समेत स्थानीय विधायक व जनसंपर्क मंत्री राजेंद्र शुक्ला पर जमकर निशाना साधा.
राजेंद्र बनाम राजेंद्र होगा रीवा सीट पर चुनाव: बात की जाए रीवा विधानसभा की तो यहां पर राजेंद्र बनाम राजेंद्र की लड़ाई है. अब जनता किसे चुनती है यह तो वक्त ही बताएगा. मगर राजेंद्र और राजेंद्र की इस लड़ाई में भाजपा ने कद्दावर नेता राजेंद्र शुक्ला को अपना उम्मीदवार बनाया है. वहीं कांग्रेस की तरफ से पार्टी संगठन का नेतृत्व करने वाले राजेंद्र शर्मा को चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी दी गई है. इसलिए अब यहां पर दोनों ही राजेंद्र के बीच कांटे भरी टक्कर होने वाली.
इस सीट मे व्यापारी वर्ग का अहम रोल: आपको बता दें रीवा विधानसभा सीट का व्यापारी वर्ग ही नतीजों में निर्णायक भूमिका निभाता है. ऐसे में यहां का व्यापारी वर्ग अभी तक राजेंद्र शुक्ला पर भरोसा जताता आ रहा है. मगर अब कांग्रेस से राजेंद्र शर्मा चुनावी मैदान में हैं जो खुद एक बड़े व्यापारी हैं. तो इस बार इस सीट का मुकाबला रोचक होगा. वहीं बात करें दोनों ही प्रत्याशियों के बैकग्राउंड की तो राजनैतिक प्रतिद्वंदिता के अतिरिक्त कांग्रेस और भाजपा के यह दोनों प्रत्याशी स्कूली से लेकर कॉलेज तक के साथी रहे हैं. राजेंद्र शर्मा, स्कूल और कॉलेज में तो राजेंद्र शुक्ला के सीनियर रहे लेकीन अगर राजनीति की बात की जाए तो राजेंद्र शर्मा राजेंद्र शुक्ला से जूनियर हैं.
मीडिया से बात करते हुए भाजपा सरकार को घेरा: रीवा के कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ''इस बार जनता की लड़ाई है. भारतीय जनता पार्टी की जो मध्य प्रदेश की सरकार है उसके खिलाफ सिर्फ एक मुद्दा है, 50% कमिशन की सरकार, धनबल, खरीद फरोख्त, भ्रष्टाचार के जरिए विधायकों को खरीद से बनाई गई सरकार ने लोकतंत्र में जनादेश को चोरी करने का काम किया है. जनादेश को हड़पा है. मध्य प्रदेश की जनता अब सरकार के खिलाफ है.''
भाजपा सरकार से हर वर्ग परेशान: राजेंद्र शर्मा ने कहा कि ''इस सरकार से किसान परेशान हैं, कर्ज के चलते आत्महत्या को मजबूर हैं. नौजवान परेशान हैं, बेरोजगारी के चलते नौजवानों को नशे के रास्ते पर जाना पड़ रहा है. छात्र कॉलेज में एडमिशन लेने जाता है तो व्यापम घोटाला हो जाता. नौकरी के लिए आवेदन करता है तो आरक्षक घोटाला, पटवारी घोटाला हो जाता है. इस घोटाले की सरकार से हर एक वर्ग परेशान हो चुका है. आदिवासी समाज अत्याचार का शिकार है देखिए किस तरह से हर रोज एक आदिवासी पर अत्याचार हो रहा है. गरीब मध्यमवर्गीय परिवार की महंगाई ने कमर तोड़ दी है. परिर्वतन एकमात्र इसका हल है. कांग्रेस जनता की लड़ाई लड़ रही है और जनता कांग्रेस की लड़ाई लड़ रही है. अब जनता भी इंतेजार कर रही है.''
कंक्रीट के जंगल को नहीं कहते विकास: राजेंद्र शर्मा ने कहा कि ''इंजीनियरिंग कॉलेज की जमीन बेच डाली सब खत्म कर दी गई, यह किस मुंह से जाएंगे. जहां आपने दुकानों को हटा दिया बिना कारण फ्लाईओवर बना डालें कोई कारण तो होना चाहिए जनता इंतजार कर रही है. कंक्रीट के जंगल को विकास नहीं बोलते मैं तो बस इतना ही जानता हूं एजुकेशन सेंटर्स खत्म हो गए, हमारे यहां बच्चों के पढ़ने के लिए कोई सीट नहीं बची. बच्चे कोट जा रहे हैं पढ़ाई करने के लिए स्कूल एजुकेशन कॉलेज एजुकेशन भोपाल और इंदौर में कर रहे हैं. रीवा की सबसे बड़ी संजय गांधी अस्पताल जो हमारे पूज्यनीय श्रीनिवास तिवारी और सोनिया गांधी के द्वारा लोकार्पित किया गया था, उस अस्पताल ने कोविड के दौरान जनता की जान बचा ली नहीं तो यहां तो धन्य ही था.''