रीवा। जिले में लोग सड़क की बदहाली से परेशान हैं, नेता आए दिन कई वादे करते हैं, लेकिन सड़क की इस तरह की बदहाली को वे अनदेखा कर रहे हैं. मामले पर जिला प्रशासन सड़क निर्माण को लेकर लगातार नए दावे किए जा रहे हैं. सड़क निर्माण के नाम पर बडे़ पैमाने में भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है. ऐसा ही एक ताजा मामला सामने आया है. जहां पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी ने रीवा के लोक निर्माण विभाग पर सड़क के निर्माण के नाम पर करोड़ों रुपए का बंदरबांट करने का आरोप लगाया है.
दरअसल, रीवा जिले के लोक निर्माण विभाग शाखा में पदस्थ कार्यपालन यंत्री और अधीक्षण यंत्री की मिलीभगत से फर्जी तरीके से शासकीय व्यय दिखाकर व्यापक घोटाला किया जा रहा है. इसी मामले में आज जिले की मऊगंज विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी ने प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया, जहां पर उन्होंने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जानकारी दी. प्रेस कांफ्रेंस के जरिए पूर्व विधायक ने बताया कि जिले में कई सड़क मामले में मनमाने तरीके से भुगतान किया गया, जिनके नाम और खर्च की गई राशि के दस्तावेज उनके पास हैं.
लक्ष्मण तिवारी ने बताया कि 2018 में विधानसभा चुनाव निर्वाचन अधिकारी और जिला कलेक्टर ने क्षतिग्रस्त रास्तों को बनाए जाने की कोशिश की गई थी, जिसमें लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है. तिवारी ने कहा है कि इस तरह जिले की करीब 400 सड़क के नाम पर 28 करोड़ से ज्यादा रुपए निकाल लिए गए हैं और काम नहीं हो पाया है.