रीवा। गर्मी शुरू होते ही जिले में आगजनी जैसी घटनाएं भी बढ़ने लगी हैं. खेत खलिहान से लेकर घर दफ्तर दुकानों में आग लगने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. मगर आगजनी जैसी घटनाओं पर नियंत्रण पाने और आग को बुझाने के लिए जिले का दमकल उस हद तक समक्ष नहीं है.
बता दें कि पिछले दिनों गुजरात के सूरत में एक कोचिंग क्लास में आग लग जाने से 23 छात्र-छात्राओं समेत एक शिक्षक की मौत हो गई थी. जिसके बाद प्रशासन सतर्क हो गया है. वहीं रीवा जिले के दमकल सिर्फ 20 फीट की ऊंचाई तक आग की लपटों पर नियंत्रण पा सकते हैं. ऐसे में प्रश्न उठता है कि अगर तीसरे और चौथे माले में आग लगे तो उसे कैसे बुझाया जा सकता है.
वहीं पूरे शहरभर में केवल दो ही दमकल की गाड़ियां मौजूद हैं. ऐसे में शहर में अगर कोई बड़ी घटना हो जाए, तो उस पर काबू पाना मुश्किल हो जाएगा. वहीं फायर सेफ्टी को लेकर भी कुछ खास इंतजामात नहीं किए गए हैं. बता दें कि आग बुझाने के लिए दमकल की जो गाड़ियां लगी हुई हैं, उनमें से एक गाड़ी तो 20 साल पुरानी है जो कब चलना बंद हो जाए, इस बात का अंदाजा ही नहीं लगाया जा सकता. इस पूरे मामले को लेकर नगर निगम आयुक्त सभाजीत यादव ने नई गाड़ी लाने की बात कही है.