रीवा। जिले के लालगांव के गोदरी निवासी अखिलेश पटेल कश्मीर के कुपवाड़ा में बर्फबारी के बाद एलओसी के पास हुए भूस्खलन में दबकर शहीद हो गये. जिसके बाद उनका पार्थिव शरीर लालगांव पहुंचा. जहां लोगों ने जगह जगह श्रद्धांजलि दी है. पूरे राजकीय सम्मान के साथ अखिलेश का अंतिम संस्कार किया गया. शहीद को मुखाग्नि उनके बड़े भाई अरविन्द पटेल ने दी इस दौरान आसपास के हजारों ग्रामीणों ने शहीद को अश्रपुरित श्रद्धांजलि दी.
बता दें कि शहीद अखिलेश पटेल पांच साल पहले 14 अप्रेल 2014 को भारतीय सेना में भर्ती हुए थे अखिलेश के एक बड़ा भाई और दो बहन हैं. बड़े भाई अरविंद पटेल भी आर्मी में हैदराबाद में पदस्थ हैं. अखिलेश होनहार आर्मी जवान थे. जैसे ही गोदरी गांव में अखिलेश पटेल के शहीद होने की खबर पहुंची थी मातम सा पसर गया था सभी शहीद के पार्थिव शरीर के आने का इन्तजार था लेकिन काश्मीर में हुई बर्फ़बारी के चलते पार्थिव शरीर विशेष विमान से इलाहबाद पहुंचा जंहा से सड़क से विशाल गाड़ियों के काफिलों के साथ उनके गांव पहुंचा.
जिसके बाद राजकीय सम्मान के साथ शहीद अखिलेश का अंतिम संस्कार किया गया. इसमें रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा सहित, प्रशासनिक अधिकारी और हजारों की संख्या में आसपास के ग्रामीणों की मौजूदगी में मुखाग्नि दी गई. शहीद के बड़े भाई अरविन्द पटेल ने मुखाग्नि दी तो वंहा मौजूद हजारों लोगों की आँखे नम हो गई.