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विधानसभा और लोकसभा में हार का कारण ईवीएम में हेरा फेरीः अजय सिंह

विधानसभा और लोकसभा चुनाव में हारे अजय सिंह ने ईवीएम में हेरा फेरी को हार का जिम्मेदार ठहराया है, उन्होंने कहा है कि जहां 20 से 22 सीटें आनी थीं वहां हम 12 से घटकर 6 पर आ गए. लोकसभा के चुनाव में मैं मान सकता हूं कि नरेंद्र मोदी की हवा रही होगी लेकिन यह मानने को तैयार नहीं हूं कि मैं ढाई लाख से ज्यादा वोटों से हार सकता हूं.

अजय सिंह
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Published : Jun 11, 2019, 10:10 PM IST

भोपाल। विधानसभा में गृह क्षेत्र चुरहट से अप्रत्याशित हार और फिर सीधी लोकसभा चुनाव में करीब ढाई लाख मतों से हारे पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि 2018 के विधानसभा चुनाव और हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर ईवीएम में हेरफेर हुई है.

पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का कहना है कि विधानसभा चुनाव में विंध्य इलाके में सबसे ज्यादा कांग्रेस की सीटें आनी थी. हम भी 22 सीटों की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन ऐसा क्या हुआ कि हम 12 से 6 पर आ गए. उन्होंने ईवीएम को लेकर कहा है कि पूरे विश्व में ईवीएम पर भरोसा नहीं है. लेकिन ऐसा क्या कारण है कि हमारे देश में विरोध के बावजूद भी ईवीएम से ही चुनाव कराए जा रहे हैं.

विधानसभा और लोकसभा में हार का कारण ईवीएम में हेरा फेरी

यह है पूरा मामला
अजय सिंह का कहना है कि यदि ईवीएम में शिकायत आती है तो चुनाव आयोग को व्हीव्हीपैट की गिनती कराने में दिक्कत क्या है. 2018 के विधानसभा चुनाव में रीवा संभाग से सबसे ज्यादा सीटें कांग्रेस की आनी थी. अजय सिंह का आरोप है कि उस समय ईवीएम में हेरफेर हुई, जहां 20 से 22 सीटें आनी थीं वहां हम 12 से घटकर 6 पर आ गए. लोकसभा के चुनाव में मैं मान सकता हूं कि नरेंद्र मोदी की हवा रही होगी लेकिन यह मानने को तैयार नहीं हूं कि मैं ढाई लाख से ज्यादा वोटों से हार सकता हूं. उन्होंने कहा कि यह हो सकता है कि आप चुनाव हार गये, इसलिए ऐसा कह रहे हैं. लेकिन मैं 2013 से कह रहा हूं. ईवीएम को लेकर में सिर्फ बीजेपी की बात नहीं कर रहा हूं, कोई भी प्रभावित कर सकता है क्या कारण है कि पूरे विश्व में ईवीएम पर भरोसा नहीं है. तो हमारे यहां के चुनाव हो रहे हैं.

भोपाल। विधानसभा में गृह क्षेत्र चुरहट से अप्रत्याशित हार और फिर सीधी लोकसभा चुनाव में करीब ढाई लाख मतों से हारे पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि 2018 के विधानसभा चुनाव और हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर ईवीएम में हेरफेर हुई है.

पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का कहना है कि विधानसभा चुनाव में विंध्य इलाके में सबसे ज्यादा कांग्रेस की सीटें आनी थी. हम भी 22 सीटों की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन ऐसा क्या हुआ कि हम 12 से 6 पर आ गए. उन्होंने ईवीएम को लेकर कहा है कि पूरे विश्व में ईवीएम पर भरोसा नहीं है. लेकिन ऐसा क्या कारण है कि हमारे देश में विरोध के बावजूद भी ईवीएम से ही चुनाव कराए जा रहे हैं.

विधानसभा और लोकसभा में हार का कारण ईवीएम में हेरा फेरी

यह है पूरा मामला
अजय सिंह का कहना है कि यदि ईवीएम में शिकायत आती है तो चुनाव आयोग को व्हीव्हीपैट की गिनती कराने में दिक्कत क्या है. 2018 के विधानसभा चुनाव में रीवा संभाग से सबसे ज्यादा सीटें कांग्रेस की आनी थी. अजय सिंह का आरोप है कि उस समय ईवीएम में हेरफेर हुई, जहां 20 से 22 सीटें आनी थीं वहां हम 12 से घटकर 6 पर आ गए. लोकसभा के चुनाव में मैं मान सकता हूं कि नरेंद्र मोदी की हवा रही होगी लेकिन यह मानने को तैयार नहीं हूं कि मैं ढाई लाख से ज्यादा वोटों से हार सकता हूं. उन्होंने कहा कि यह हो सकता है कि आप चुनाव हार गये, इसलिए ऐसा कह रहे हैं. लेकिन मैं 2013 से कह रहा हूं. ईवीएम को लेकर में सिर्फ बीजेपी की बात नहीं कर रहा हूं, कोई भी प्रभावित कर सकता है क्या कारण है कि पूरे विश्व में ईवीएम पर भरोसा नहीं है. तो हमारे यहां के चुनाव हो रहे हैं.

विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव में हारे अजय सिंह ने ईवीएम में हेरा फेरी को ठहराया जिम्मेदार।

भोपाल। पहले विधानसभा चुनाव में अपने ही गृह क्षेत्र चुरहट से अप्रत्याशित हार और फिर सीधी लोकसभा चुनाव में करीब ढाई लाख मतों से हारे पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि 2018 के विधानसभा चुनाव और हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर ईवीएम में हेरफेर हुई है।अजय सिंह का कहना है कि विधानसभा चुनाव में विंध्य इलाके में सबसे ज्यादा कांग्रेस की सीटें आनी थी। हम भी 22 सीटों की उम्मीद कर रहे थे,लेकिन ऐसा क्या हुआ कि हम 12 से 6 पर आ गए।उन्होंने ईवीएम को लेकर कहा है किपूरे विश्व में ईवीएम पर भरोसा नहीं है। लेकिन ऐसा क्या कारण है कि हमारे देश में विरोध के बावजूद भी ईवीएम से ही चुनाव कराए जा रहे हैं।

अजय सिंह का कहना है कि जो ईवीएम को लेकर विवाद है। यदि चुनाव आयोग सही मायने में चुनाव करवाना चाहता है, तो उसे पर आना चाहिए। यदि ईवीएम में शिकायत आती है तो व्हीव्हीपैट की गिनती कराने में दिक्कत क्या है। 2018 के विधानसभा चुनाव में रीवा संभाग से सबसे ज्यादा सीटें कांग्रेस की आनी थी ।मेरा आरोप है कि उस समय ईवीएम में हेरफेर हुई। जहां 20 से 22 चीजें आनी थी, वहां हम 12 से घटकर 6 पर आ गए। लोकसभा के चुनाव में मैं मान सकता हूं कि नरेंद्र मोदी की हवा रही होगी, उनका बहुत करिश्मा रहा होगा। अंदरूनी लहर रही होगी। लेकिन मैं यह मानने को तैयार नहीं हूं कि मैं ढाई लाख से ज्यादा वोटों से हार सकता हूं।जिस तरह के नतीजे आए हैं, इसको लेकर प्रश्न चिन्ह लगता है कि कोई ना कोई बहुत बड़ी साजिश ईवीएम के जरिए की गई है। यह हो सकता है कि आप चुनाव हार गए, इसलिए ऐसा कह रहे हैं। लेकिन मैं 20।13 से कह रहा हूं।। ईवीएम को लेकर में सिर्फ बीजेपी की बात नहीं कर रहा हूं, कोई भी प्रभावित कर सकता है क्या कारण है कि पूरे विश्व में ईवीएम पर भरोसा नहीं है। तो हमारे यहां के चुनाव हो रहे हैं।
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