रीवा। जिले के रायपुर कर्चुलियान थाना क्षेत्र में पुलिस की वर्दी पहन कर लोगों से वसूली करने वाली दो नाबालिग लडकियों सहित उनके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जिनके खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है. यह गिरोह मास्क के नाम पर लोगों को ब्लैकमेल कर उनसे उगाही कर रहा था, अब पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया है.
देशभर में फैले कोरोनावायरस के संक्रमण से निजात पाने को लेकर जहां शासन और प्रशासन लगातार कोशिशें कर रहा है. वहीं अब यह संक्रमण बदमाशों के लिए वरदान साबित होता दिखाई दे रहा है. अब इसी संक्रमण के चलते बदमाश अब नए नए तरीके अपना कर पब्लिक से जबरन पैसे एठने का काम कर रहे हैं और अच्छे खासे पैसे कमा रहे हैं.
इस संक्रमण का फायदा उठाता एक गिरोह रीवा जिले के रायपुर कर्चुलियान थाना क्षेत्र में भी सक्रिय था जो मास्क नहीं लगाने वालों से पैसे वसूलता था, जिसकी शिकायत लोगों ने कई बार थाने में की तब पुलिस की टीम ने मामले की जांच शुरू कर दी तो पता चला की एक बोलेरो वाहन मे दो लड़कियां पुलिस की वर्दी में बैठी है और उनके साथ वाहन का चालक सहित एक अन्य व्यक्ति सिविल मे बैठा है और यह गिरोह बिना मास्क लगाए आने जाने वाले लोगों को रोककर उन्हें डरा धमका कर उनसे पैसे वसूल रहा है.
इस सूचना पर तत्काल पुलिस टीम बताए स्थान पर पहुंची तो गिरोह को गोरगांव में मनिकनार रोड में जाते दिखा गया, जिसका पीछा कर पुलिस ने उन्हें धर दबोचा. वाहन मे दो युवती बकायदा पुलिस की वर्दी मे बैठी मिली, एक व्यक्ति सिविल कपड़े में बैठा मिला. पुलिस की टीम ने इन सभी आरोपियों की गिरफ्तारी कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
बता दें, इस गिरोह में एक ड्राइवर और एक व्यक्ति सिविल ड्रेस में रहता था, इनके साथ दो नाबालिग लड़िकयां भी मौजूद होती थी जो पुलिस के ड्रेस वर्दी में रहकर चेकिंग के नाम पर लोगों से पैसा एठने का काम करती थी. गिरोह का अंदाज बड़ा ही शातिराना था इनके द्वारा वर्दी में मध्यप्रदेश पुलिस का बैंच भी होता था. इसके साथ ही इनके पास से पुलिस के आई कार्ड भी बरामद किए गए है.
लोगों से जबरन पैसा वसूलने वाली नकली पुलिस अब असली पुलिस के गिरफ्त में है. लेकिन सवाल अब भी उठता है कि इस कोरोना महामारी के वक्त जहां लोगों के खाने तक के लाले पड़े हैं ऐसे में भी बदमाश अपनी बदमाशी से बाज क्यों नहीं आ रहे?