रीवा। पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके 22 समर्थकों के साथ सत्ता संतुलन साधने में मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी का सामाजिक और भौगोलिक गणित बिगड़ गया, 2018 के विधानसभा चुनाव में विंध्य क्षेत्र से बीजेपी को सबसे ज्यादा सीटें मिली थी. लेकिन यहां के विधायकों को मंत्रिमंडल में पर्याप्त जगह न मिलने पर क्षेत्र के लोगों ने उपेक्षा का आरोप लगाया है. मऊगंज विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक रहे लक्ष्मण तिवारी ने कल हुए मंत्री मंडल के विस्तार को लेकर विरोध जताया और कहा की जिस तरह से विंध्य के साथ किया गया है, शिवराज सरकार 15 अगस्त का झंडा नहीं फहरा पाएगी.
लक्ष्मण तिवारी ने कहा की रीवा से भाजपा के आठ विधायक होने के बाद किसी भी एक विधायक को मंत्रिमंडल का सदस्य नहीं बनाया गया. मध्य प्रदेश की सरकार ने रीवा की जनता के साथ छल किया है व जिले की आठों सीट देने के बाद भी रीवा को ठगा गया है. पूर्व विधायक लक्ष्मण तिवारी ने कहा की शिवराज सरकार 15 अगस्त को झंडा नही फहरा पाएगी.उन्होंने कहा कि रीवा जिले की आठों सीट भाजपा को मिली और यहां के जो विधायक 3 से 4 बार विधायक बन रहे हैं उनकी अनदेखी कर उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई जबकी 14 ऐसे विधायकों को मन्त्री बनाया गया जो निर्वाचित नहीं हैं.
उन्होंने बताया की प्रदेश की राजनीति मे विंध्य का अपना अलग महत्व है. 1967 से हर सरकार से एक न एक जनप्रतिनिधि मंत्रिमंडल में रहा है. बीते चुनाव मे विंध्य ने 30 में से 24 सीटें भाजपा को दीं. रीवा की आठों सीटों पर भाजपा का कब्जा रहा. जिले के 3 विधायक मंत्री पद के दावेदार होने के बाद भी एक को स्थान नहीं दिया गया. उन्होंने कहा की जब लोकतंत्र का चीरहरण हो रहा है तो यहां के विधायक सरकार के सामने नतमस्तक क्यों हैं.
बता दें विधानसभा की 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को देखते हुए मंत्रिमंडल में चंबल-ग्वालियर का पलड़ा तो भारी हो गया. लेकिन विंध्य को पर्याप्त स्थान नहीं मिला. जिससे विंध्य में सियासी गर्माहट पैदा होने लगी है और विंध्य क्षेत्र की जनता की उम्मीदों पर पानी फिर गया है, जिसे लेकर स्थानीय जनता में नाराजगी देखी जा रही है.