रीवा। त्योंथर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व भाजपा विधायक और उमा भारती की सरकार में मंत्री रहे रमाकांत तिवारी का लंबी बीमारी के बाद 88 वर्ष की आयु में निधन हो गया. जिसके बाद विंध्य क्षेत्र में शोक की लहर है. रमाकांत तिवारी को पूर्व मंत्री राजेन्द्र शुक्ला, त्योंथर विधायक, देवतालाब विधायक, कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी ने उनके निवास पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की. वहीं रमाकांत तिवारी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.
वर्ष 1990 में कांग्रेस पार्टी की टिकट से विधानसभा पहुंचे रमाकांत तिवारी ने वर्ष 1998 में भाजपा की टिकट से चुनाव लड़ा. जिसके बाद वो लगातार 2003 का चुनाव भी जीते. इसके बाद वर्ष 2013 में एक बार फिर वो भारतीय जनता पार्टी की टिकट से विधायक चुने गए. रमाकांत तिवारी 2003 में बनी उमा भारती की कैबिनेट में पहली बार शिक्षा मंत्री बनाए गए. उसके बाद उन्हें पशुपालन मंत्री का भी भार सौंपा गया. रमाकांत तिवारी लगातार जनसंपर्क में रहे और जनता के हितैषी बने रहे. मंत्री रहते हुए रमाकांत तिवारी ने रीवा जिले के लिए बहुत से काम किए और विकास के नए मॉडल को तैयार किया. वर्ष 2018 में भी उन्हें विधानसभा के लिए भाजपा की टिकट दी जानी थी, लेकिन अस्वस्थता के चलते उन्होंने स्वयं चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया. जिसके बाद 2018 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को अपना नया उम्मीदवार तैयार करना पड़ा.
वहीं पूर्व मंत्री रमाकांत तिवारी के निधन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने ट्वीट कर दुख व्यक्त किया था. पूर्व मंत्री रमाकांत तिवारी को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई थी. जिसके बाद उनका प्रयागराज संगमनगरी के किनारे अंतिम संस्कार किया गया. जहां उनका पार्थिव शरीर पंचतत्त्व में विलीन हुआ.