रीवा। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के चलते लगातार तमाम राजनीतिक पार्टियों से स्टार प्रचारक और अपने-अपने प्रत्याशियो की जीत के लिऐ प्रदेश भर के दौरे पर है, फिर चाहे वह कांग्रेस. बीजेपी, बीएसपी या फिर अन्य कोई दल... हर दल के नेता अपनी अपनी-अपनी दमखन दिखाते हुए चुनावी मैदान पर है. अपने प्रत्याशियो के समर्थन में प्रचार करने के साथ ही जनता से वोट की अपील लेकर बुधवार को बसपा सुप्रीमो मायावती एक दिवसीय प्रवास पर रीवा पहुंची, जहां उन्होंने SAF मैदान पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस समेत केंद्र और प्रदेश की भारतीय जनाता पार्टी के सरकार पर जमकर निशाना साधा.
मायावती ने कांग्रेस और बीजेपी पर साधा निशाना: चुनावी बिगुल बजने के बाद जिले में अलग-अलग राजनैतिक दलों में के स्टार प्रचारकों के पहुंचने का दौर जारी है, इसी क्रम में बुधवार को दोपहर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती भी रीवा पहुंची. SAF मैदान ओर अयोजित जनसभा को बसपा सुप्रीमो मायावती ने बीएसपी के सभी प्रत्याशियों के पक्ष में सभा स्थल में मौजूद जनता से वोट करने की अपील की और अन्य तमाम बड़ी राजनीतिक पार्टियों पर जमकर निशाना साधा. (BSP Leader Mayawati Rewa Visit)
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ईवीएम पर फोड़ा ठीकरा: SAF मैदान पर आयोजित चुनावी जनसभा को सम्बोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि उन्होंने किसी दल से समझौता नहीं किया, इस दौरान बसपा प्रमुख ने बीजेपी सहित कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और कहा कि "अगर ये पार्टियां दलित, शोषित और वंचित का ख्याल रखती, तो काशीराम को अलग पार्टी न बनानी पड़ती. इस दौरान मायावती ने उत्तरप्रदेश के पिछले चुनाव में हार का कारण ईवीएम को बताया. उन्होंने कहा कि "कांग्रेस और बीजेपी आरक्षण खत्म करने का काम कर रही है, जबकि दलित, पिछड़ों को निजी क्षेत्रों में आरक्षण का लाभ दिया जाना चाहिए था.
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धन कुबेरों के धन से चलने वाली पार्टियां: कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि "कांग्रेस सरकार ने काशीराम के निधन पर एक दिन का भी राष्ट्रीय शोक घोषित नहीं किया, इतना ही नहीं महिलाओं के लिये दिए गए 33 प्रतिशत आरक्षण में भी एसटी, एससी, और ओबीसी महिलाओं को आरक्षण का प्रतिशत तय नहीं किया गया, जो बीजेपी और कांग्रेस की मानसिकता प्रदर्शित होती है." बीजेपी सहित अन्य दलों पर कटाक्ष करते हुए मायावती ने कहा कि "ये धनकुबेरों के धन से चलने वाली पार्टियां है, जबकि बहुजन समाज पार्टी अपने कार्यकर्ताओं के परिश्रम से चलने वाली पार्टी है."