रीवा। शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में स्थित ICICI BANK की शाखा में ग्राहकों के साथ हुई ठगी में एक साल बाद मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी हुई है, पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया. ठीक एक साल पहले कई ग्राहकों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि बैंक कर्मचारियों ने उनके पैसे की हेराफेरी की है, शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया था, इसी मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी असिस्टेंट मैनेजर को गिरफ्तार किया है.
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ग्राहकों को ठगने वाला सहायक बैंक प्रबंधक गिरफ्तार
रीवा के सिविल लाइन थाने में पिछले साल अस्पताल चौराहा निवासी पीड़ित राजन वर्मा ने ICICI BANK बैंक की मिलीभगत से धोखाधड़ी किए जाने की शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि बैंक कर्मचारियों ने लाखों की ठगी करते हुए ग्राहकों के पैसों में हेराफेरी की है और बैंक के कर्मचारी लोन पेमेंट पर फर्जी प्रमाण पत्र देते रहे, जिसके चलते उनकी किश्त बढ़ती रही. यह घटना केवल राजन वर्मा के साथ ही नहीं, बल्कि और भी लोगों के साथ हुई थी. शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच और आरोपियों को गिरफ्तार करने की कार्रवाई शुरू की थी, शिकायत के ठीक 1 वर्ष बाद मास्टरमाइंड पुलिस के हत्थे चढ़ा है.
पिछले एक साल से सरगना को तलाश रही थी पुलिस
पुलिस की मानें तो घटना को अंजाम देने वाला असिस्टेंट मैनेजर एक वर्ष से फरार चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी के लिए बहुत कोशिशें की गई थी, अंतत: आज उसे गिरफ्तार कर लिया गया है, जिससे पूछताछ करने के बाद कोर्ट में पेश किया गया.
21 अक्टूबर 2020 को दर्ज हुआ था धोखधड़ी का मामला
ठीक एक वर्ष पहले 21 अक्टूबर 2020 को आईसीआईसीआई बैंक के ग्राहकों ने सिविल लाइन थाने में लाखों रुपये की ठगी की शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमे बताया गया था कि कैसे लोन की किश्त चुकाने पर बैंक के कर्मचारी उन्हें फर्जी प्रमाण पत्र देते रहे और उनका कर्ज उन पर बोझ बनता रहा.