रीवा। हनुमना थाना क्षेत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का अपहरण करने वाले आरोपी को आज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी एक माह पूर्व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का अपहरण कर हरियाणा के करनाल ले गया और कमरे के अंदर बंधक बनाकर एक माह तक उसकी इज्जत लूटता रहा. बच्चों से मिलने के बहाने किसी तरह महिला अपने घर पहुंची और परिजनों से अपनी दासतां सुनाई. जिसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दे दी. सूचना मिलते ही पुलिस ने दबिश देकर आरोपी को उसकी बहन के घर से पकड़ लिया, जिसे न्यायालय में पेश कर आज उसे जेल भेज दिया गया.
जिले के हनुमना थाना अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बीते माह 21 नवंबर को अचानक लापता हो गई थी. काफी खोजबीन के बाद जब उसका कोई सुराग नहीं लगा तो पीड़िता के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज करवा दी. एक माह बीत जाने के बाद 26 दिसंबर को महिला अचानक अपने घर पहुंची और उसके साथ हुई घटना क्रम के बारे में जब उसने अपने परिजनों को जानकारी दी. पीड़िता की आप बीती सुनकर उसके परिजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई और परिजनों ने तत्काल घटना की सूचना पुलिस को दी.
एक माह पूर्व हुई थी लापता
दरअसल, 21 नवंबर को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कुपोषित बच्चे को मऊगंज हॉस्पिटल स्थित पुनर्वास केंद्र पहुंचा कर घर वापस आ रही थी. उसी दौरान पहले से ही घात लगाए बैठे आरोपी ने जबरन उसे कार में बैठाकर उसका अपहरण कर लिया और उसे अपने साथ हरियाणा के करनाल ले गया. आरोपी ने पीड़िता को वहां कमरे में कैद कर लिया और एक माह तक उसकी अस्मत लूटता रहा. पीड़िता के मुताबिक आरोपी कोर्ट में राजीनामा कर उसके साथ कोर्ट मैरिज करने का लगातार दबाव बनाता रहा. लेकिन एक दिन पीड़िता ने अपने बच्चों से मिलने का बहाना बनाया और अपहरणकर्ता को वापस लाने के लिए राजी कर लिया. किसी तरह विश्वास में लेकर आरोपी उसे लेकर रीवा के हनुमना पहुंचा और पीड़िता को छोड़कर वह अपने बहन के घर पहुंच गया. पीड़िता ने घर पहुंचते ही अपनी आप बीती परिजनों से बताई पीड़िता की बात सुनकर परिजनों के होश उड़ गए, जिसकी सूचना परिजनों द्वारा पुलिस को दे दी गई. सूचना मिलते ही पुलिस सकते में आ गई और दबिश देकर आरोपी को उसकी बहन के घर से गिरफ्तार कर लिया गया.
पीड़िता की सूझ-बूझ से आरोपी चढ़ा पुलिस के हत्थे
बीते माह हनुमना थाना क्षेत्र से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता का हटा निवासी रामसहोदर पाल ने अपहरण कर लिया था. आरोपी महिला को हरियाणा के करनाल ले गया और कमरे कैद कर एक माह तक उसकी इज्जत लूटता रहा. पीड़िता की सूझ-बूझ से वह वापस अपने घर पहुंच गई और आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.