रीवा। प्रदेश में सहकारी समितियों के जरिए सर्मथन मूल्य पर धान खरीदी चल रही है, जबकि समितियों में खरीद प्रभारी की मिलीभगत से माफिया उत्तर प्रदेश का धान मध्यप्रदेश में खपाने की खूब कोशिश कर रहे हैं. रायपुर कर्चुलियान थाना क्षेत्र में चेकिंग के दौरान 10 ट्रक अवैध धान (Administration seized 10 trucks of paddy in rewa) पकड़ा गया है, जिसकी कीमत करीब 70 लाख रुपए बताई जा रही है. पकड़े गए ट्रकों को थाने में खड़ा कराया गया है. ड्राइवर सहित ट्रक मालिकों को आरोपी बनाकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
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धान की कालाबाजारी पर सख्त प्रशासन
कलेक्टर इलैयाराजा टी के निर्देश पर अवैध धान का परिवहन करने वाले माफियाओं पर शिकंजा कसने की कोशिश की जा रही है. इसी के तहत खाद्य अपूर्ती निगम के अधिकारी व पुलिस की सयुंक्त टीम ने रायपुर कर्चुलियान थाना क्षेत्र में धान का अवैध परिवहन करने वाले ट्रकों की सघन जांच की. इस दौरान धान भरे 10 ट्रकों को जब्त कर कार्रवाई की है.
70 लाख का 10 ट्रक अवैध धान जब्त
रायपुर कर्चुलियान थाना क्षेत्र में नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक व तहसीलदार केडी सिंह ने संयुक्त रूप से संदिग्ध 10 ट्रकों की जांच की. जांच के दौरान ट्रकों में लोड धान से संबंधित वैध दस्तावेज नहीं मिले. इस धान को उत्तरप्रदेश की विभिन्न मंडियों से खरीदकर मध्यप्रदेश के किसानों के नाम से समर्थन मूल्य पर उपार्जन केन्द्र में अवैध रूप से विक्रय के लिए लाया जा रहा था. 10 ट्रको में लोड धान करीब 6792 बोरी है, जोकि 2716.8 क्विंटल है, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 70 लाख रुपए है. जिला नागरिक आपूर्ति निगम के प्रबंधक व तहसीलदार केडी सिंह ने बताया कि संबंधित ट्रक ड्राइवर एवं ट्रक मालिकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराकर नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जा रही है.
खरीद प्रभारी पर घूम सकती है शक की सूई
जिला प्रशासन की इस कार्रवाई से धान की कालाबाजारी करने वाले माफियाओं के बीच हड़कंप मचा है. 70 लाख कीमत की 10 ट्रक धान को पकड़ने में जिला प्रशासन को सफलता जरूर मिली है. अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए और पकड़े गए ट्रक ड्राइवरों से सख्ती के साथ पूछताछ की जाए तो कई खरीद प्रभारी भी जांच के घेरे में आ सकते हैं.