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अपनी मांगों को लेकर देश के लगभग दस लाख बैंक कर्मचारी हड़ताल पर - Employees strike for increment

रीवा सहित पूरे देश के लगभग दस लाख बैंक कर्मचारी हड़ताल पर चले गए. बजट के समय बैंक बंद होने से करोड़ों का नुकसान बताया जा रहा है. कर्मचारियों का कहना है कि यदि उनकी वेतन संबंधी मांगों को नहीं माना गया तो वे आगे भी इस तरह की हड़ताल जारी रखेंगे.

Bank employees strike
बैंक कर्मचारियों की हड़ताल
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Published : Jan 31, 2020, 11:18 PM IST

Updated : Jan 31, 2020, 11:54 PM IST

रीवा। वेतन वृद्धि सहित अन्य मांगों को लेकर पूरे देश के तकरीबन 10 लाख बैंक कर्मचारी हड़ताल पर रहे. जिसका असर आज रीवा में भी देखने को मिला है. बैंक कर्मचारियों की यह हड़ताल 31 जनवरी और 1 फरवरी को है. हड़तालियों का कहना है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो यह हड़ताल आगे भी इसी तरह जारी रहेगी.

बैंक कर्मचारियों की हड़ताल


बैंक कर्मचारियों को कहना है कि वेतन वृद्धि को लेकर 39 बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है. नवंबर में आईबीएमए ने 2 प्रतिशत समझौता ऑफर किया लेकिन बात 12 परसेंट की हुई थी. कर्मचारियों का कहना है कि सेंट्रल के कर्मचारियों का वेतन हमारे अधिकारियों के वेतन के समान हो चुके हैं लेकिन कर्मचारियों को केवल आश्वासन दिया जाता रहा है. आज पूरे देश में 10 लाख कर्मचारी हड़ताल पर हैं. दूसरी मांग है कि सप्ताह में केवल 5 दिन बैंकिंग की जाए.


कर्मचारियों ने कहा कि उनकी रविवार को ही छुट्टी रहती है जबकि अन्य कार्यालयों में शनिवार की भी छुट्टी दी जाती है. हड़ताल के संबंध में यूनियन के उपाध्यक्ष नितिन पांडे ने बताया कि देशभर में अधिकांश बैंकों में कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया है. यदि मांग पूरी नहीं हुई तो आगे भी हम अपनी मांगों को लेकर हड़ताल जारी रखेंगे.

रीवा। वेतन वृद्धि सहित अन्य मांगों को लेकर पूरे देश के तकरीबन 10 लाख बैंक कर्मचारी हड़ताल पर रहे. जिसका असर आज रीवा में भी देखने को मिला है. बैंक कर्मचारियों की यह हड़ताल 31 जनवरी और 1 फरवरी को है. हड़तालियों का कहना है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो यह हड़ताल आगे भी इसी तरह जारी रहेगी.

बैंक कर्मचारियों की हड़ताल


बैंक कर्मचारियों को कहना है कि वेतन वृद्धि को लेकर 39 बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है. नवंबर में आईबीएमए ने 2 प्रतिशत समझौता ऑफर किया लेकिन बात 12 परसेंट की हुई थी. कर्मचारियों का कहना है कि सेंट्रल के कर्मचारियों का वेतन हमारे अधिकारियों के वेतन के समान हो चुके हैं लेकिन कर्मचारियों को केवल आश्वासन दिया जाता रहा है. आज पूरे देश में 10 लाख कर्मचारी हड़ताल पर हैं. दूसरी मांग है कि सप्ताह में केवल 5 दिन बैंकिंग की जाए.


कर्मचारियों ने कहा कि उनकी रविवार को ही छुट्टी रहती है जबकि अन्य कार्यालयों में शनिवार की भी छुट्टी दी जाती है. हड़ताल के संबंध में यूनियन के उपाध्यक्ष नितिन पांडे ने बताया कि देशभर में अधिकांश बैंकों में कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया है. यदि मांग पूरी नहीं हुई तो आगे भी हम अपनी मांगों को लेकर हड़ताल जारी रखेंगे.

Intro:एंकर- वेतन वृद्धि सहित अन्य मांगों को लेकर पूरे देश के तकरीबन 10 लाख बैंक कर्मचारी हड़ताल पर चले गए, जिसका असर आज रीवा में भी देखने को मिला है। बैंक कर्मचारियों की यह हड़ताल 31 जनवरी और 1 फरवरी दो दिवसीय हडताल है। और अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो यह हड़ताल आगे भी इसी तरह जारी रहेगी।

Body:वियो- पूरे देश के तकरीबन 10 लाख बैंक कर्मचारी हड़ताल पर चले गए है। उसी तर्ज पर आज रीवा के बैंक कर्मियों ने भी अपने काम को बंद कर हड़ताल पर हैं।

बैंक कर्मचारियों को कहना है कि वेतन वृद्धि को लेकर 39 बैठकें हो चुकी हैं लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं निकला फरवरी 2016 में समझौता हुआ था नवंबर में आईबीएमए के द्वारा मात्र 2% समझौता ऑफर किया गया जब की बात 12 परसेंट पर हुई थी इनका कहना है कि सेंट्रल गवर्नमेंट के कर्मचारियों की वेतन हमारे अधिकारियों के समान हो चुकी लेकिन फिर भी हम लोगों को केवल आश्वासन दिया जाता रहा है।

आज पूरे देश में 10 लाख कर्मचारी हड़ताल पर हैं और यदि उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो वह अनवरत हड़ताल करते रहेंगे। दूसरी मांग यह है कि सप्ताह में केवल 5 दिन बैंकिंग की जाए आज केवल रविवार को ही छुट्टी रहती है जबकि अन्य कार्यालयों में शनिवार भी छुट्टी दी जाती है।

Conclusion:हड़ताल के संबंध में यूनियन के उपाध्यक्ष नितिन पांडे ने बताया कि देशभर में अधिकांश बैंकों में कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया और यदि मांग पूरी नहीं हुई तो आगे भी हम अपनी मांगों को लेकर हड़ताल जारी रखेंगे।।


बाईट- नितिन पांडे, यूनियन अध्यक्ष।
Last Updated : Jan 31, 2020, 11:54 PM IST
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