रतलाम। केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे (Delhi-Mumbai Expressway) का निरीक्षण करने निकले हैं. इस दौरान नितिन गडकरी ने अलग-अलग स्थानों पर जाकर एक्सप्रेस-वे के निर्माण का जायजा लिया. इस दौरान केन्द्रीय मंत्री ने रतलाम पहुंचकर एक्सप्रेस-वे निर्माण का जायजा लिया और जनता को संबोधित किया.
नितिन गडकरी ने कहा कि "दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे (Delhi-Mumbai Expressway) के इर्द-गिर्द जमीनों के दाम काफी बढ़ गए हैं. ऐसे में लोग मुनाफे के चक्कर में नेताओं को जमीन ना बेचें, नहीं तो बाद में नुकसान होगा. बिल्डर को जमीन देने से अच्छा है उसे अपने लिए डेवलप करो. अपना खुद का रोजगार विकसित करो."
जनता को संबोधित करते हुए मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने इस कॉरिडोर (Corridor) की खूबियां भी गिनाई. मंत्री ने कहा कि "दिल्ली मुंबई रोड कॉरिडोर दुनिया का सबसे बड़ा हाईवे होगा और एमपी इसका हिस्सा है. 1350 किलोमीटर का हाईवे 2023 तक पूरा होगा. अभी एमपी में ये कॉरिडोर 8 लेन का बन रहा है जिसे बाद में 12 लेन का किया जाएगा. अभी तक 608 किलोमीटर का काम हो चुका है. 139 किलोमीटर का काम बचा है."
MP बनेगा लॉजिस्टिक हब
मंत्री नितिन गडकरी ने किसानों और स्थानीय लोगों को इस एक्सप्रेस-वे के फायदे भी गिनाए. गडकरी ने कहा कि " इसके जरिए लोकल स्तर पर रोजगार मिलेगा. किसानों को उनकी जमीन का सबसे उचित मूल्य दिया गया. लॉजिस्टिक हब के रुप में एमपी को विकसित किया जाएगा. राज्य में 40 लॉजिस्टिक हब बनाए जाएंगे. रतलाम को पॉल्यूशन फ्री बनाने के लिए आर्थिक मदद दी जाएगी. इसके लिए योजना बनाने और गोदाम से लेकर लॉजिस्टिक हब शहर से बाहर रखना होगा."
MP में वाइल्ड लाइफ की सुरक्षा के बंदोबस्त
सड़कों पर जानवरों के आने से होने वाले हादसों पर बोलते हुए मंत्री ने कहा कि " इस एक्सप्रेस-वे पर वाइल्ड लाइफ की सुरक्षा का बंदोबस्त किया गया है. एमपी में बाकी हाईवे बनाते समय भी NHAI इसका खास ध्यान रखता है कि वन्य प्राणियों को इसका नुकसान ना हो. पेंच नेशनल पार्क के पास हाईवे बनाते समय इसका ध्यान रखा गया. एमपी में चंबल एक्सप्रेस वे जिसका नाम अटल प्रोग्रेस वे कर दिया गया है को भी भारतमाला प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है. एक्सप्रेस वे एमपी, यूपी और राजस्थान के विकास में अहम योगदान देगा. एमपी में एथनॉल और बायोडीजल के जरिए गाड़ियां चलेंगी और लोगों को बचत के साथ ही ईंधन क्राइसिस खत्म होगा. इंडस्ट्री के लिए सस्ता इंधन उपलब्ध कराने पर भी काम चल रहा है."
देश में एक्सिडेंट में होने वाली मौतों पर बयान
देश में हादसों में होने वाली मौतों पर भी केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बात की. मंत्री ने कहा कि "देश में 18 से 24 के उम्र वालों की मौत का प्रतिशत सबसे ज्यादा है. 2024 तक देश में 50% एक्सीडेंट कम करना लक्ष्य है जिसे 2030 तक जीरो करना मकसद है. रोड सेफ्टी के लिए 14 हजार करोड़ के बजट के साथ राज्य सरकारों के साथ भूतल परिवहन विभाग काम चल रहा है. 17 लाइसेंस ऐसे हैं जो अब भी लोग घर बैठे हासिल कर सकते हैं, उस दिशा में सरकार काम कर रही है."
चारधाम सर्किट की तर्ज पर बनेंगे कई सर्किट
उत्तराखंड़ के चार धाम की तर्ज पर देश में कई सर्किट विकसित हो रहे हैं. मानस सरोवर तक का काम भी आने वाले सालों में पूरा होगा. नेपाल को जोड़ने की कोशिश है. राम-जानकी दर्शन के लिए अयोध्या से लेकर नेपाल तक हाईवे बनाने का काम होगा. बौद्ध धर्म के लिए भी बौद्ध सर्किट बन कर तैयार है. सभी धर्मों के बड़े केंद्रों को हाईवे से जोड़ा जा रहा है. ऐसा कोई धर्म नहीं है जिसके प्रमुख केंद्रों को सर्किट बनाकर सरकार नहीं जोड़ रही. एमपी में फिलहाल हाईवे पर एयर स्ट्रिप बनाने की कोई योजना नहीं हैं. हाईवे पर देश में 20 एयर स्ट्रिप बनेंगे. हांलाकि मुंबई दिल्ली एक्सप्रेस वे पर ऐसी कोई योजना है.