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यूरिया को लेकर कृषि मंत्री के अपने दावे, किसानों ने दावे को बताया झूठा - ratlam news

कृषि मंत्री सचिन यादव की प्रदेश में पर्याप्त यूरिया की उपलब्धता की घोषणा के बावजूद रतलाम में किसान यूरिया-खाद के लिए परेशान हैं.

ratlam farmers are struggling for fertilizers and urea
यूरिया के लिए परेशान हो रहे अन्नदाता
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Published : Dec 2, 2019, 9:39 PM IST

रतलाम। प्रदेश की कृषि मंत्री सचिन यादव की घोषणा के बावजूद कई जिलों के साथ अब रतलाम के किसान भी यूरिया खाद के लिए परेशान नजर आने लगे हैं. यूरिया की कमी के चलते किसान महज दो बोरी यूरिया के लिए घंटो लाइन में लग रहे हैं. आखिर सच क्या है, देखें रिपोर्ट :

यूरिया के लिए परेशान हो रहे अन्नदाता

कृषि मंत्री ने किया था दावा, पर्याप्त मात्रा में है यूरिया
कुछ दिन पहले प्रदेश में यूरिया संकट को देखते हुए कृषि मंत्री सचिन यादव ने समीक्षा बैठक की थी और दावा किया था कि जिले में पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद उपलब्ध है. ये भी कहा था कि किसानों को रबी सीजन के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराई जाएगी. ईटीवी भारत ने जब खेतों में काम कर रहे किसानों से यूरिया की उपलब्धता की हकीकत जानी तो पता चला कि यूरिया के लिए किसानों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी है.

ये भी पढ़ें : दो लाख मीट्रिक टन आएगा यूरिया, कलेक्टर्स करेंगे जिलों में निगरानी: मंत्री सचिन यादव

दावे कुछ और, जमीनी हकीकत कुछ और
प्रशासन ने जो खाद वितरण केंद्र शुरू किए हैं, वहां किसान घंटों लाइन में लग रहे हैं, जहां उन्हें इतनी मशक्कत के बाद भी सिर्फ दो बोरी यूरिया ही मिल रही है. जाहिर सी बात है कि किसानों को खासकर गेहूं की फसल में पहली और दूसरी सिंचाई के दौरान यूरिया-खाद की बहुत जरूरत होती है. लेकिन इस समय यूरिया की ज्यादा कमी होने से किसान अपने खेतों में खाद नहीं डाल पा रहे हैं.

किसान हो रहे परेशान
खाद की कमी से परेशान किसानों ने बताया कि उन्हें खेती के लिए पर्याप्त यूरिया खाद नहीं मिल रही है. वहीं सहकारी सोसाइटियों में भी नकद खरीदी पर भी खाद नहीं मिल रही है. जिससे उन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना

ये भी पढ़ें : पहले अतिवृष्टि की मार, अब किसान यूरिया-खाद के लिए परेशान

रतलाम। प्रदेश की कृषि मंत्री सचिन यादव की घोषणा के बावजूद कई जिलों के साथ अब रतलाम के किसान भी यूरिया खाद के लिए परेशान नजर आने लगे हैं. यूरिया की कमी के चलते किसान महज दो बोरी यूरिया के लिए घंटो लाइन में लग रहे हैं. आखिर सच क्या है, देखें रिपोर्ट :

यूरिया के लिए परेशान हो रहे अन्नदाता

कृषि मंत्री ने किया था दावा, पर्याप्त मात्रा में है यूरिया
कुछ दिन पहले प्रदेश में यूरिया संकट को देखते हुए कृषि मंत्री सचिन यादव ने समीक्षा बैठक की थी और दावा किया था कि जिले में पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद उपलब्ध है. ये भी कहा था कि किसानों को रबी सीजन के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराई जाएगी. ईटीवी भारत ने जब खेतों में काम कर रहे किसानों से यूरिया की उपलब्धता की हकीकत जानी तो पता चला कि यूरिया के लिए किसानों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी है.

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दावे कुछ और, जमीनी हकीकत कुछ और
प्रशासन ने जो खाद वितरण केंद्र शुरू किए हैं, वहां किसान घंटों लाइन में लग रहे हैं, जहां उन्हें इतनी मशक्कत के बाद भी सिर्फ दो बोरी यूरिया ही मिल रही है. जाहिर सी बात है कि किसानों को खासकर गेहूं की फसल में पहली और दूसरी सिंचाई के दौरान यूरिया-खाद की बहुत जरूरत होती है. लेकिन इस समय यूरिया की ज्यादा कमी होने से किसान अपने खेतों में खाद नहीं डाल पा रहे हैं.

किसान हो रहे परेशान
खाद की कमी से परेशान किसानों ने बताया कि उन्हें खेती के लिए पर्याप्त यूरिया खाद नहीं मिल रही है. वहीं सहकारी सोसाइटियों में भी नकद खरीदी पर भी खाद नहीं मिल रही है. जिससे उन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना

ये भी पढ़ें : पहले अतिवृष्टि की मार, अब किसान यूरिया-खाद के लिए परेशान

Intro:प्रदेश के कई जिलों सहित रतलाम जिले में भी यूरिया खाद के लिए किसानों को खासी मशक्कत करना पड़ रही है। यहां यूरिया की कमी से परेशान किसान 2 बोरी यूरिया के लिए घंटों लाइन में खड़े रह रहे हैं । जबकि यूरिया की कमी पर प्रदेश के कृषि मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री सचिन यादव दावा कर चुके हैं कि पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष रतलाम जिले में दोगुनी मात्रा में यूरिया का स्टॉक उपलब्ध है। लेकिन प्रभारी मंत्री के दावों की हकीकत किसानों के खेतों में नजर नहीं आ रही है । खाद की कमी से परेशान किसानों ने ने बताया कि उन्हें खेती के लिए पर्याप्त यूरिया खाद नहीं मिल पा रहा है। वही सहकारी सोसायटीयो में नगद पर भी खाद नहीं दिया जा रहा है। जिससे उन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।







Body:दरअसल जिले के प्रभारी मंत्री सचिन यादव ने पिछले हफ्ते पत्रकार वार्ता में यह दावा किया था कि जिले में पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद की उपलब्धता है और किसानों को रबी सीजन के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध करवाया जाएगा । लेकिन ईटीवी भारत ने खेतों में काम कर रहे किसानों से जब यूरिया की उपलब्धता पर हकीकत जानी तो पता चला कि यूरिया खाद के लिए किसानों को खासी मशक्कत करना पड़ रही है। प्रशासन द्वारा शुरू किए गए खाद वितरण केंद्रों पर किसानों को घंटों लाइन में लगकर महज 2 बोरी यूरिया ही प्राप्त हो रहा है। गौरतलब है कि किसानों को खासकर गेहूं की फसल में पहली और दूसरी सिंचाई के दौरान यूरिया खाद की आवश्यकता होती है लेकिन इसी समय यूरिया खाद की सबसे ज्यादा कमी होने से किसान अपने खेतों में खाद नहीं डाल पा रहा है।




Conclusion:बहरहाल प्रदेश के कृषि मंत्री सचिन यादव भले ही पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद उपलब्ध होने का दावा करते हो लेकिन किसानों की माने तो रतलाम जिले में अब भी यूरिया की किल्लत बनी हुई।


बाइट 01- सचिन यादव (कृषि मंत्री, मध्यप्रदेश सरकार)
बाइट 02 -पवन चौधरी (किसान)
बाइट 03- प्रहलाद जाट(किसान)
बाइट 04- जितेंद्र (किसान)
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