रतलाम। प्रदेश की कृषि मंत्री सचिन यादव की घोषणा के बावजूद कई जिलों के साथ अब रतलाम के किसान भी यूरिया खाद के लिए परेशान नजर आने लगे हैं. यूरिया की कमी के चलते किसान महज दो बोरी यूरिया के लिए घंटो लाइन में लग रहे हैं. आखिर सच क्या है, देखें रिपोर्ट :
कृषि मंत्री ने किया था दावा, पर्याप्त मात्रा में है यूरिया
कुछ दिन पहले प्रदेश में यूरिया संकट को देखते हुए कृषि मंत्री सचिन यादव ने समीक्षा बैठक की थी और दावा किया था कि जिले में पर्याप्त मात्रा में यूरिया खाद उपलब्ध है. ये भी कहा था कि किसानों को रबी सीजन के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध कराई जाएगी. ईटीवी भारत ने जब खेतों में काम कर रहे किसानों से यूरिया की उपलब्धता की हकीकत जानी तो पता चला कि यूरिया के लिए किसानों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी है.
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दावे कुछ और, जमीनी हकीकत कुछ और
प्रशासन ने जो खाद वितरण केंद्र शुरू किए हैं, वहां किसान घंटों लाइन में लग रहे हैं, जहां उन्हें इतनी मशक्कत के बाद भी सिर्फ दो बोरी यूरिया ही मिल रही है. जाहिर सी बात है कि किसानों को खासकर गेहूं की फसल में पहली और दूसरी सिंचाई के दौरान यूरिया-खाद की बहुत जरूरत होती है. लेकिन इस समय यूरिया की ज्यादा कमी होने से किसान अपने खेतों में खाद नहीं डाल पा रहे हैं.
किसान हो रहे परेशान
खाद की कमी से परेशान किसानों ने बताया कि उन्हें खेती के लिए पर्याप्त यूरिया खाद नहीं मिल रही है. वहीं सहकारी सोसाइटियों में भी नकद खरीदी पर भी खाद नहीं मिल रही है. जिससे उन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना
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