रतलाम| जिला अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों को मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं की व्यव्स्थाएं ICU में चली गई हैं. ईटीवी भारत के द्वारा किए गए रियलिटी चेक में चौंकाने वाला सच सामने आया है. जिसने प्रदेश सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के दावों की पोल खोल दी है.
मध्यप्रदेश सरकार का दावा है कि प्रदेश की लचर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर किया गया है, लेकिन रतलाम के जिला अस्पताल में हालात कुछ और ही बयां कर रहे हैं. रतलाम के जिला अस्पताल में पीने के पानी और सफाई जैसी व्यवस्थाओं का ही पता नहीं है तो आधुनिक चिकित्सा सुविधा मिलने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता.
रतलाम के इमरजेंसी वार्ड और आईसीयू वार्ड में पीने के पानी की व्यवस्था ही नहीं है. आलम ये है कि मरीज के परिजनों को अपने घर से पीने का पानी लेकर आना पड़ता है. वहीं इन वार्डों के बाहर लगाए गए वाटर कूलर और पीने के पानी के नल बंद पड़े हुए हैं. चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ है. आईसीयू वार्ड जिसे सर्वाधिक स्वच्छ और आइसोलेटेड रखा जाना चाहिए उसके ठीक बाहर ही कूड़े का ढ़ेर लगा हुआ है.
रतलाम के जिला अस्पताल में दी जाने वाली मूलभूत सुविधाओं की पड़ताल जब की तो अस्पताल की साफ सफाई व्यवस्था और पीने के पानी जैसी मूलभूत व्यवस्थाएं ही बीमार पाई गईं. जिसके बाद यहां मिलने वाली अन्य चिकित्सा सुविधाओं का अंदाजा लगाया जा सकता है.