रतलाम। जिले के जवारा में इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है, जहां 8 साल के दिव्यांग बेटे को सैतेली मां और पिता हुसैन टेकरी पर लावारिस छोड़कर चले गए. जावरा पुलिस को इस मामले की सूचना मिलते ही इस घटना की जांच पड़ताल कर दिव्यांग बेटे को उसके परिजनों को सौंपा. जहां मां-बाप उसे अपनाने में फिर आनाकानी करने लगे. वहीं पुलिस की समझाइश के बाद पिता और सौतेली मां उसे घर में रखने के लिए बमुश्किल से राजी हुए, पुलिस ने गांव के सरपंच और ग्रामीणों को मां-बाप पर नज़र रखने के लिए भी कहा है.
बता दें कि उज्जैन के घोसला के रहने वाले एक दंपति ने अपने 8 साल के दिव्यांग बेटे को हुसैन टेकरी पर लावारिस छोड़ दिया था, जिसके बाद आसपास के लोगों ने दिव्यांग बच्चे को लावारिस हालत में देखा तो इस मामले की जानकारी हुसैन टेकरी पुलिस चौकी को दी.
वहीं पुलिस चौकी प्रभारी राहुल कांबले ने अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए आसपास के CCTV खंगाले तो एक दंपति बाइक पर जाते हुए दिखाई दिए. बाइक के नंबर की जांच पड़ताल करने पर कलयुगी मां बाप की पूरी हकीकत सामने आ गई, बाइक नंबर उज्जैन में घोसला के रहने वाले एक दंपति का निकला. जहां घर पहुंचकर जब पुलिस ने दंपति से पूछताछ की तो सारी हकीकत सामने आ गई. वही उन्होंने बताया की बेटा हाथ-पैर से दिव्यांग है और मानसिक रूप से भी कमजोर है इसलिए देखभाल और इलाज करवाने में सक्षम नहीं होने पर उन्होंने बेटे को मुसीबत समझकर बाहर छोड़ दिया था.
जिसके बाद गांव के सरपंच और ग्रामीणों की मौजूदगी में पुलिस ने दिव्यांग बेटे को उसके मां-बाप को सौंपा है, बहरहाल इस घटना की वजह आर्थिक तंगी तो है ही लेकिन दिव्यांग संतान के प्रति मां बाप की दोहरी सोच भी जिम्मेदार हैं, वहीं इस घटना में पुलिस की तत्परता की भी लोग तारीफ कर रहे हैं.