रतलाम। इंदौर के बहुचर्चित ड्रग ट्रायल मामले में व्हिसल ब्लोअर और कांग्रेस नेता पारस सकलेचा ने पूर्व सरकार पर आरोपी डॉक्टरों को बचाने का आरोप लगाया है. पारस सकलेचा का कहना है कि डॉक्टरों की वेतनवृद्धि रोकने और रुपयों की वसूली से इनकी सजा पूरी नहीं हो सकती है. उन्होनें आरोपी डॉक्टरों की डिग्री जब्त करने की मांग की है.
साल 2005 से 2010 के बीच इंदौर में ड्रग ट्रायल मामला सामने आया था. जिसमें इंदौर के डॉ. अपूर्व पौराणिक, अनिल भराणी ,हेमंत जैन, सलिल भार्गव और पुष्पा वर्मा जैसे बड़े डॉक्टर शामिल थे. जिन्होंने विदेशी ड्रग कंपनियों से पैसे लेकर करीब 3 हजार मरीजों पर ये अवैध ड्रग ट्रायल किया गया था. जिसमें 81 मरीजों की मौत होने की बात ईओडब्ल्यू की रिपोर्ट में सामने आई थी.
रतलाम के पूर्व विधायक पारस सकलेचा ने इस मामले को विधानसभा में उठाया था. लेकिन 2012 से 2018 तक इस मामले में दोषी पाए गये डॉक्टरों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब चिकित्सा शिक्षा विभाग के उपसचिव ने आरोपी डॉक्टरों की वेतनवृद्धि रोकने और ड्रग ट्रायल से मिली राशि वसूल किये जाने का प्रस्ताव चिकित्सा शिक्षा मंत्रालय को दिया है. जिस पर पारस सकलेचा ने कहा है कि वेतनवृद्धि रोकना या राशि वसूलने से इनकी सजा पूरी नहीं हो जाती है. ये डॉक्टर नहीं 81 मरीजों के हत्यारे हैं इनकी डिग्री जब्त कर दोषी डॉक्टरों पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए.