रतलाम/मुरैना। जिले में पति-पत्नी के घर का विवाद रोड तक पहुंच गया, जिसके बाद जमकर हंगामा हो गया. रोड पर ही पति ने पत्नी की पिटाई कर कर दी. यह देख लोगों ने महिला को पीटने वाले युवक को सबक सिखाते हुए उसकी भी जमकर पिटाई कर दी. वहीं मुरैना में अवैध शराब के कारोबारों के खिलाफ शिकायत करना एक युवक को महंगा पड़ गया. आजाद समाज पार्टी के संभागीय महासचिव शुभम राजौरिया ने बस्ती में आबकारी विभाग के एसआई समेत तीन सिपाहियों द्वारा पीटे जाने का आरोप लगाया है. पिटाई करने से युवक के बाएं हाथ में फैक्चर हुआ है. मामले में सिटी कोतवाली थाना पुलिस ने पीड़ित की जिला अस्पताल में एमएलसी तो कराई है, लेकिन आपराधिक मामला दर्ज नहीं किया है. जिस पर से भीम आर्मी के पदाधिकारी आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं.
पत्नी को पीटने वाला पति पिटा: दरअसल रतलाम का पूरा वाकया मेहंदीकुई बालाजी मंदिर के पास का है. मंगलवार की दोपहर में इमरान नाम का शख्स पत्नी की पिटाई कर रहा था. दोनों के बीच पहले ही कोर्ट में केस चल रहा है. इसी बात से नाराज इस शख्स ने बीच रास्ते पर ही पत्नी की पिटाई शुरु कर दी. रोड पर हंगामा होता देख आसपास लोगों की भीड़ जमा हो गई. महिला को पिटता देख, लोगों का पारा चढ़ गया और उन्होंने आरोपी पति को जमकर सबक सिखाया और उसकी पिटाई कर दी. मामला बिगड़ता देख पति ने भागने में ही अपनी भलाई समझी. पति का नाम इमरान पिता भय्यू है, जो उज्जैन जिले के रुणीजा का रहने वाला है.
झूमाझटकी होने लगी: मेहंदीकुई बालाजी क्षेत्र से जब पत्नी गुजर रही थी तो पति ने उसे रोका और उसे गालियां देकर झूमाझटकी करने लगा. इसके बाद उसकी पिटाई शुरू कर दी. आसपास के लोग महिला की आवाज सुनकर इकठ्ठे हो गए और महिला से मारपीट करने वाले युवक को पीट दिया. स्टेशन रोड पुलिस ने महिला की रिपोर्ट पर पति के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
मुरैना में आबकारी सदस्यों ने युवक को पीटा: जानकारी के अनुसार मुरैना शहर की सिग्नल बस्ती में रहने वाले शुभम राजौरिया महासचिव आजाद समाज पार्टी आज शाम अपने मोहल्ले में दोस्त वीरू के घर के सामने अलाव पर ताप रहा था. तभी आबकारी विभाग की गाड़ी वहां आई, जिसमें सवार एसआई और तीन सिपाहियों ने शुभम को देखते ही गाली गलौच करने लगे. जब शुभम ने गाली देने से मना किया तो उन्होंने शुभम को पकड़कर डंडे से पीटना शुरू किया. आबकारी विभाग के कर्मचारियों द्वारा मारपीट में शुभम का हाथ तोड़ दिया. जिससे बाएं हाथ में चोट आई है. शुभम का कहना है कि उसने जनवरी महीने में भीम आर्मी व आजाद समाज पार्टी की तरफ से सिग्नल बस्ती में अवैध शराब के कारोबार की शिकायत की थी. पुलिस ने अवैध शराब की बिक्री रुकवा दी, इससे लोगों को मिल रहा कमीशन बंद हो गया. इससे बौखलाकर आबकारी विभाग की पुलिस ने मारपीट में उसका हाथ तोड़ दिया. उसके बाद पीड़ित युवक शुभम अपने साथियों के साथ सिटी कोतवाली थाने पहुंचा, जहां उसने आबकारी विभाग पुलिस की शिकायत की. इस मामले में कोतवाली पुलिस ने पीड़ित की जिला अस्पताल में एमएलसी तो कराई, लेकिन आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं किया. भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के पदाधिकारियों का कहना हैं की अगर पुलिस FIR नहीं करती है तो पार्टी आंदोलन करेगी.