रतलाम। जिले में कोरोना का आंकड़ा भले ही 1,500 से अधिक हो गया हो, लेकिन जिले का रिकवरी रेट अन्य जिलों की अपेक्षा बेहतर बना हुआ है. जिसकी मुख्य वजह कोरोना मरीजों के लिए रतलाम के मेडिकल कॉलेज स्थित कोविड केयर सेंटर में तैयार किया गया सकारात्मक माहौल है. यहां कोरोना की लड़ाई में प्रशासनिक और समाजिक कार्यकर्ताओं की एक पहल इन दिनों असर कर रही है. यहां कोरोना मरीजों को मोटिवेट करने के लिए मोटिवेशनल स्पीकर की एक टीम कोविड-19 सेंटर में पहुंचकर मरीजों से संवाद करती है और उन्हें प्रेरक स्लोगन, कविताएं और प्रसंग सुनाकर बीमारी से लड़ने में मरीजों की मदद करती है. मोटिवेशनल स्पीकर और प्रोग्राम संचालक आशीष दशोत्तर प्रतिदिन अपनी टीम के साथ कोविड केयर सेंटर पहुंचकर, वहां भर्ती कोरोना मरीजों से संवाद करते हैं और उन्हें जल्द स्वस्थ होने में मदद करते हैं.
जिला प्रशासन की पहल पर मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों को कोरोना की बीमारी से लड़ने में मदद करने के लिए मोटिवेशनल स्पीकर आइसोलेशन वार्ड के बाहर पहुंचकर मरीजों से संवाद करते हैं. मोटिवेशनल स्पीकर आशीष दशोत्तर प्रतिदिन कोरोना मरीजों को प्रोत्साहित करने के लिए कभी उन्हें प्रेरक किस्से और कहानियां सुनाते हैं तो कभी स्लोगन और जोश भरी कविताएं भी सुनाते हैं. मोटिवेशनल स्पीकर महापुरुषों की जीवनगाथा और ऊर्जावान संवाद कर मरीजों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने का प्रयास करते हैं. कोविड केयर सेंटर के डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ भी मरीजों से सकारात्मक व्यवहार कर कोरोना से लड़ने में उनकी मदद कर रहे हैं. मेडिकल कॉलेज में मरीजों को मिल रहे मोटिवेशन और सकारात्मक माहौल का ही नतीजा है कि रतलाम जिले का रिकवरी रेट 80% के करीब बना हुआ है.
यहां मरीजों को सकारात्मक स्पीच देने वाले आशीष दशोत्तर का कहना है कि उनके इस प्रोग्राम को अब आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों का भी समर्थन मिल रहा है और वो भी खुलकर अब इस मोटिवेशनल प्रोग्राम को ज्वाइन कर रहे हैं. कॉलेज के डीन के मुताबिक डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ भी मरीजों से सकारात्मक व्यवहार कर, उन्हें जल्द स्वस्थ करने के लिए सकारात्मक माहौल तैयार कर रहे हैं.
बहरहाल जिले में अब तक एक हजार से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेज के कोविड केयर सेंटर में इलाज के साथ दी जा रही मोटिवेशनल स्पीच और सकारात्मक माहौल की वजह से रतलाम जिले का रिकवरी रेट 80% के करीब बना हुआ है.