कोटा. कोटा के आरकेपुरम इलाके से एक नाबालिग बच्चे के घर छोड़कर जाने (minor child left home in kota) का मामला सामने आया है. बच्चा कोटा जंक्शन से मुंबई जाने वाली ट्रेन पर सवार था. जिसे पुलिस और जीआरपी की संयुक्त कार्रवाई के दौरान रतलाम जीआरपी ने दस्तयाब किया है. वहीं, बच्चे को कोटा लाया जा रहा है. साथ ही बताया गया कि बच्चे ने अपनी मां के नाम एक खत भी लिखा था. जिसमें छोटे भाई को अधिक प्रेम करने का जिक्र किया था.
मां की डांट के बाद छोड़ा घर: मामले में बच्चे के पड़ोसी दिलीप शर्मा ने बताया कि 10 साल का यशस्वी कक्षा 4 में पढ़ता है. बच्चे की मां रेणुका वर्मा जीएसटी में डिप्टी कमिश्नर (Renuka Verma Deputy Commissioner in GST) के पद पर कार्यरत हैं. यशस्वी का 5 साल का छोटा भाई भी है, जिसका नाम तेजस है. बच्चे के पिता पूर्व सैनिक थे, जिनका कुछ माह पहले ही देहांत हो गया था. शर्मा ने बताया कि यशस्वी को उसकी मां ने किसी बात पर डांट दिया था. जिससे नाराज हो शनिवार को उसने अपनी मां के नाम एक खत लिखा और फिर घर से निकल गया. पड़ोसी शर्मा ने बताया कि यशस्वी का परिवार मूल रूप से मध्यप्रदेश के विदिशा का रहने वाला है.
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सोशल मीडिया पर कैंपेन: घटना की जानकारी के बाद बच्चे की मां ने पहले तो उसकी तलाश की और जब उसका कुछ पता नहीं चला तो आखिरकार पुलिस को इसकी सूचना दी गई. साथ ही इलाके के अन्य लोगों ने भी बच्चे की तलाश के लिए सोशल मीडिया पर कैंपेन शुरू कर दिया.
रतलाम जीआरपी ने किया दस्तयाब: इधर, मामले में पुलिस ने भी सक्रियता दिखाई. सबसे पहले इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए. जिसके आधार पर बच्चे के स्टेशन की ओर जाने की पुष्टि हुई. इसके बाद कोटा जंक्शन पहुंची पुलिस ने जीआरपी की मदद से स्टेशन पर लगे सीसीटीवी फुटेज देखे, जिसमें बच्चा एक ट्रेन पर चढ़ता दिखा. वहीं, बताया गया कि बच्चा जिस ट्रेन में चढ़ा था, वो वाराणसी-मुंबई फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन है और ये ट्रेन मुंबई के लिए दोपहर 2 बजे खुली थी. इसके बाद जीआरपी की मदद से यशस्वी को मध्यप्रदेश के रतलाम स्टेशन से दस्तयाब किया.