राजगढ़। कहावत है कि 'गुरु भगवान से भी ऊपर होता है'. इस कहावत को चरितार्थ करने वाला एक नजारा नरसिंहगढ़ तहसील के खानपुरा मिडिल हाई स्कूल में देखने को मिला. यहां पिछले 20 साल से पढ़ा रहे लोकेश मीणा के विदाई समारोह में बच्चों के साथ- साथ पूरा गांव पहुंचा. मौके पर सभी काफी भाव विभोर हो गये. दरअसल जिले के ब्यावरा में रहने वाले लोकेश मीणा का तबादला चाचौड़ा तहसील के नारायणपुरा के एक प्राइमरी स्कूल में हो गया है.
गांव के लोगों ने बताया कि शिक्षक लोकेश इस स्कूल में आए तब स्कूल में बच्चों की संख्या कम थी. स्कूल में ऐसी स्थिति देखकर उन्होंने पूरे गांव में शिक्षा की अलख जगाने की ठानी. लोगों को समझा पाना इतना आसान भी नहीं था. लेकिन बच्चे स्कूल आएं इसके लिए लोकेश ने घर- घर जाकर लोगों को समझाना शुरू किया. आखिर धीरे-धीरे ही सही लेकिन मेहनत रंग लाई और लोगों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजना शुरू कर दिया.
कुछ सालों के प्रयास ने ही खानपुरा मिडिल हाई स्कूल ने इलाके के बड़े- बड़े स्कूलों को पीछे कर दिया. लोकेश ने दिन- रात एक कर बच्चों को इतना योग्य बनाया कि यहां के बच्चे कॉन्वेंट स्कूल के बच्चों से भी लोहा लेने में गुरेज नहीं करें. लोकेश ने शिक्षा के बल पर ग्रामीणों की तकदीर बदलने का जो अभियान शुरू किया, वो लगातार आगे बढ़ता चला गया.
शिक्षक लोकेश मीणा ने खानपुरा गांव की तस्वीर बदल कर रख दी. नतीजा यह हुआ कि गांव के लोग शिक्षक लोकेश मीणा को अपने बेटे की तरह मानने लगे. इसीलिए लोकेश मीणा के तबादले के बाद उनकी विदाई में पूरा गांव मौजूद रहा. मौके पर स्कूल के बच्चों और ग्रामीणों के साथ लोकेश भी खूब रोये.