राजगढ़। शहर से करीब सात किमी दूर मानपुरा देव बड़ली के पास नगर पंचायत द्वारा फेंके जा रहे कचरे से ग्रामीणों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. कचरे के कारण हो रहे मच्छर, मख्खी की वजह से आसपास के गांव में बीमारियां तेजी से फैल रही हैं. पॉलीथिन खाने से कई जानवरों की मौत भी हो चुकी है, लेकिन प्रशासन बाउंड्रीवॉल निर्माण और कचरा निष्पादन के लिए कोई कदम नही उठा रहा है. नाराज ग्रामीणों ने ट्रेंचिंग ग्राउंड को हटाने की मांग की है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं होती तो वह हाईवे पर चक्काजाम करेंगे.
ट्रेंचिंग ग्राउंड हटाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने खोला मोर्चा, दी आंदोलन की चेतावनी - कचरा निष्पादन
नगर पंचायत द्वारा फेंके जा रहे कचरे से आसपास के गांव में बीमारियां फैल रही हैं. शासन बाउंड्रीवॉल निर्माण और कचरा निष्पादन के लिए कोई कदम नही उठा रहा है. ग्रामीणों ने ट्रेंचिंग ग्राउंड हटाने की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई, तो वह हाईवे पर चक्काजाम करेंगे.
राजगढ़। शहर से करीब सात किमी दूर मानपुरा देव बड़ली के पास नगर पंचायत द्वारा फेंके जा रहे कचरे से ग्रामीणों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. कचरे के कारण हो रहे मच्छर, मख्खी की वजह से आसपास के गांव में बीमारियां तेजी से फैल रही हैं. पॉलीथिन खाने से कई जानवरों की मौत भी हो चुकी है, लेकिन प्रशासन बाउंड्रीवॉल निर्माण और कचरा निष्पादन के लिए कोई कदम नही उठा रहा है. नाराज ग्रामीणों ने ट्रेंचिंग ग्राउंड को हटाने की मांग की है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं होती तो वह हाईवे पर चक्काजाम करेंगे.
शहर से करीब सात किमी दूर मानपुरा देव बड़ली पर फें के जा रहे कचरे से अब ग्रामीण जनजीवन प्रभावित हो रहा है। कचरे की वजह से ग्रामीणो का शुद्ध हवा में सांस लेना भी दूभर हो रहा है, वही कचरे के कारण पनपे मच्छर, मख्खी की वजह से आसपास गांव में बीमारियां भी तेजी से फे ल रही है। बावजूद इसके प्रशासन व्यवस्थित ट्रेचिंग ग्राउन्ड़ निर्माण की कोई सुध नही ले रहा है। शहर के कचरे को यहां डाले जाने के पूर्व प्रशासन ने चंद दिनो में बाउन्ड्रीवॉल सहित कचरे के निष्पादन का वादा किया था। लेकिन अब नपा प्रशासन की मनमानी ग्रामीणजनो पर भारी पड़ रही है। फि लहाल शंकरपुरा गांव के नाराज ग्रामीणजन अब ट्रेंचिंग ग्राउन्ड़ को अन्यत्र शिफट किए जाने की मांग कर रहे है। ग्रामीणो ने मांग पूरी नही होने पर चक्काजाम आंदोलन किए जाने की बात भी कही है।
Body:यह है मामला -
बीते वर्ष नपा ने शहर के कचरे को शंकरपुरा के समीप स्थित बड़ली पर डालना शुरू किया था। जहां ग्राम पंचायत ने नपा को व्यवस्थित बाउन्ड्र्रीवॉल निर्माण और निष्पादन की शर्तो के साथ कचरा डालने की अनुमति प्रदान की थी। लेकिन एक वर्ष का समय बीत जाने के बावजूद नपा ने आज तक बड़ली पर बाउन्ड्रीवॉल निर्माण और कचरा निष्पादन के लिए कोई कदम नही उठाये। साथ ही नपा की कचरा गाडिय़ो ने निर्धारित क्षेत्र से अधिक जगह पर लापरवाही पूर्वक कचरा डालना शुरू कर दिया। जिस वजह से अब पूरी बड़ली पर हालात खराब हो गए है। जहां देखो वहां बस कचरा-कचरा नजर आता है। हवा के साथ-उडक़र कचरा जहां गांव तक पहुंच रहा है, वही गंदगी के कारण मच्छर-मख्खियो की भरमार होने से बच्चो सहित ग्रामीण बीमार पड़ रहे है। ग्रामीणो के अनुसार बड़ली पर पॉलीथिन खाने से सैकड़ो गोवंश सहित अन्य मवेशियो की मौते भी हो चुकी है।
Conclusion:बाइट - ग्रामीण शंकरपुरा
बाइट - सिद्धार्थ जैन एसडीएम नरसिंहगढ़