राजगढ़। जिस बंदर को पकड़ने के लिए यह घोषणा हुई है वह एमपी के राजगढ़ जिले में लोगों के लिए खौफ का पर्याय बन गया है. राजगढ़ के अब्दुल वसीम अंसारी ने बताया कि बंदर ने बीते 15 से 20 दिनों में करीब 20 से 25 लोगों को काट लिया है. इनमें सर्वाधिक संख्या बच्चों की है. ये मामला फॉरेस्ट और नगरपालिका के सामने आया तो इसे पकड़ने के लिए कई तरह के जतन किए गए. बंदर को चने का लालच दिया और पिंजरा लगाया, घेराबंदी की लेकिन कुछ भी काम नहीं आया. जब फॉरेस्ट अमला बंदर को नहीं पकड़ पाया तो लोगों ने सीधे जिला प्रशासन को शिकायत की और कहा कि इसे पकड़िये अन्यथा लोग कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं. इसके बाद 3 टीमें तैनात की गईं.
इनमें जिला प्रशासन वन विभाग और नगर पालिका का अमला पूरे समय राजगढ़ शहर में तैनात है, लेकिन इन सब की नाक में भी बंदर ने दम कर दिया और पकड़ में नहीं आया. शहर का हाल यह है कि तू डाल-डाल, मैं पात-पात की तर्ज पर बंदर सरकारी अमले को थका रहा है. हालात बेकाबू होते देख राजगढ़ नगर पालिका के अध्यक्ष ने घोषणा की कि जो कोई भी बंदर को पकड़ेगा उसे नकद 21 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा.
बंदर ने करीब 20 लोगों को काटा: राजगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष विनोद पूनम चंद्र साहू ने बताया कि "जो बंदर आतंक मचा रहा है उसने अब तक करीब 20 लोगों को काट लिया है. वह बच्चों को टारगेट करता है. इस संबंध में हमने फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को कई बार शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं हो पा रही. फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के पास इनाम के लिए कोई बजट नहीं होने के कारण हमने 21 हजार रुपये की घोषणा की. लोगों से कहा है कि जल्द से जल्द बंदर को पकड़कर नगर को सुरक्षा प्रदान करें. कोई भी उस बंदर को पकड़ सकता है और पकड़ने के बाद में वह 21 हजार रुपये मेरे से आकर ले जाएं. साथ ही बंदर को पकड़कर सुरक्षित जगह छोड़ दें."
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साहू ने बताया कि "हमने फॉरेस्ट विभाग से जब कहा कि आपकी टीम बुलाई है, तो पता चला कि उनके पास पर्याप्त टीम नहीं है. इसके पहले भी एक एक्सपर्ट टीम बुलाई थी और उसे करीब 9 हजार रुपये का भुगतान भी नगरपालिका के फंड से किया था, लेकिन वह भी खाली हाथ लौट गई."