राजगढ़। पानी की बोट चलाते हुए देश ही नहीं बल्कि विदेश में पूरे देश का नाम रोशन करने वाले छोटे से गांव नून्याहेड़ी के गोविंद को शिखर खेल अलंकरण सम्मान समारोह के दौरान एकलव्य पुरस्कार से नवाजा गया है. एकलव्य पुरस्कार प्राप्त करते हुए राजगढ़ जिले का नाम गौरवान्वित करने वाले पहले व्यक्ति है, जिन्हें सीएम शिवराजसिंह चाैहान व खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया द्वारा सम्मानित किया गया है.
जानकारी के मुताबिक नरसिंहगढ़ तहसील के गांव नून्याहेड़ी में पूजन-अर्चना का कार्य करने वाले लखनलाल बैरागी के बेटे ने 10वीं तक की शिक्षा गांव में ही की और इसके बाद वह भोपाल चले गए. भोपाल में रहकर उन्हाेंने सेलिंग के लिए न केवल ट्रैनिंग की, बल्कि प्रतियोगिताओं में भी भाग लिया. वह संभाग, प्रदेश, राज्य स्तर से आग बढ़ते हुए राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पानी के अंदर अपना जलवा दिखाने में कायमयाब रहे.
यहीं कारण रहा कि उनका यह सफर यहीं नहीं थमा और सेलिंग में साल 2019 मेें मुंबई व चेन्नई में गोल्ड हासिल किया. इसके बाद आगे बढ़ते हुए 2019 में ही उन्होंने इंडोनेशिया के शहर जकार्ता में सेलिंग में ही एशियन गेम्स में पानी में वोट के जरिए अपना जलवा दिखाते हुए, यहां पर चौथी रैंक हासिल की. इसके अलावा जकार्ता में ही एशियन चेम्पियनशिप में भी उन्हाेंने खुद काे साबित करते हुए पांचवी रैंक हासिल की.
इसके बाद ही सोमवार रात को भोपाल के मिंटो हाल में संपन्न हुए शिखर खेल अलंकरण समारोह में एकलव्य पुरूस्कार के लिए उनका चयन किया गया था, जिन्हें बीती रात को प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान व खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया द्वारा सम्मानित किया गया है.